जो कभी भारत में बैन थी , टॉप 10 ट्रेंड में नम्बर एक पर चल रही है ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे’

2015 में आयी रोमांटिक हॉलीवुड फ़िल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे (Fifty Shades Of Grey) अपने बेहद बोल्ड कंटेंट की वजह से भारत में रिलीज़ नहीं हो सकी थी, मगर अब यह स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर आ गयी है और देश में इस हफ़्ते के टॉप 10 ट्रेंड में नम्बर एक पर चल रही है।

‘फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे’ उस वक़्त सेंसर बोर्ड के लिए भी सिरदर्दी बन गयी थी। फ़िल्म से कई न्यूड दृश्य निकालने के बाद इसे सर्टिफिकेट नहीं दिया जा सका था, क्योंकि फ़िल्म की भाषा भी काफ़ी बोल्ड और आपत्तिजनक मानी गयी थी। हालांकि, टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीबीएफसी के तत्कालीन सीईओ श्रवण कुमार ने कहा था कि निर्माता इसके ख़िलाफ़ अपील कर सकते हैं और रिवाइज़िंग कमेटी के पास जा सकते हैं। अगर रिवाइज़िंग कमेटी भी सर्फिफिकेशन से इनकार कर देती है तो फ़िल्म सर्टिफिकेशन एपेलेट ट्रिब्यूनल (FCAT) में अपील की जा सकती है। यहां बताते चलें कि भारत सरकार ने FCAT को अब ख़त्म कर दिया है।
एक अन्य मेम्बर के हवाले से कहा गया था कि फ़िल्म बैन करने का अधिकार सिर्फ़ सरकार के पास है। सीबीएफसी बैन नहीं कर सकता। सैम टेलर-जॉनसन के निर्देशन में बनी फ़िल्म में डकोटा जॉनसन और जैमी डॉरनन ने मुख्य भूमिकाएं निभायी थीं। फ़िल्म को नेटफ्लिक्स पर 16 मई को 18 प्लस केटेगरी में रिलीज़ किया गया है।
तीसरे नम्बर पर है इंडी फ़िल्म ‘सिनेमाबंदी’
इसके अलावा ‘द वुमन इन द विंडो’ भारत में दूसरे स्थान पर चल रही है। यह नेटफ्लिक्स ओरिजिनल हॉरर-थ्रिलर फ़िल्म है। तीसरे स्थान पर एक ऐसी भारतीय फ़िल्म देखी जा रही है, जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं होगी। यह फ़िल्म है ‘सिनेमाबंदी’, जिसे द फैमिली मैन सीरीज़ के निर्देशक राज एंड डीके के प्रोडक्शन हाउस ने सपोर्ट किया है। फ़िल्ममेकिंग को समर्पित कुछ नौसिखियों की कहानी है सिनेमाबंदी। फ़िल्म को सोशल मीडिया में भी ख़ूब तारीफ़ें मिल रही हैं।
चौथे स्थान पर फ्रेंड्स, पांचवें स्थान पर मनी हाइस्ट और छठे स्थान पर आरआईपीडी हैं। वहीं, सातवें स्थान पर भारतीय वेब सीरीज़ अलमा मैटर्स चल रही है, जो आईआईटी खड़गपुर में स्थापित वेब सीरीज़ है। आठवें स्थान पर वेब सीरीज़ सेक्सीफाई, नौवें स्थान पर ज्यूपिटर लेगेसी औऱ दसवें स्थान पर द इंटरप्रेटर फ़िल्म चल रही है।