द कश्मीर फाइल्स बनाने वाले डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री एक बार फिर से ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने हाल ही में अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वो Y+ सिक्योरिटी के साथ मॉर्निंग वॉक करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा है कि कश्मीर में हिंदुओं के नरसंहार को दिखाने की ये कीमत चुकानी पड़ रही है कि उन्हें अपने देश में ही में कैद होकर रहना पड़ रहा है।
दरअसल विवेक अग्निहोत्री की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें सरकार की तरफ से Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है लेकिन उनका ऐसे सिक्योरिटी के साथ वीडियो पोस्ट करना लोगों को रास नहीं आया है।
विवेक अग्निहोत्री ने 27 सेकेंड का वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वो हथियारबंद सिक्योरिटी के साथ मॉर्निंग वॉक करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन लिखते हुए कहा- ‘एक हिंदू बहुसंख्यक देश में हिंदुओं के नरसंहार को दिखाने के लिए ये कीमत चुकानी पड़ती है।
क्या यही फ्रीडम ऑफ स्पीच है। अपने ही देश में कैदी की तरह रहना पड़ रहा है।’ विवेक ने इसके साथ हैशटैग फतवा शब्द का इस्तेमाल किया है। बता दें कि द कश्मीर फाइल्स बनाने के बाद से ही विवेक काफी ज्यादा विवादों में रहे हैं। उनके खिलाफ कट्टरपंथियों ने फतवा जारी कर दिया था।
वहीं एक ने लिखा- ‘देखिए किस हद तक गिर जाते हैं ये लोग पब्लिसिटी के लिए, मॉर्निंग वॉक को कैमरा में कैप्चर किया है।’
11 मार्च 2022 को रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ 1990 में हुए कश्मीर हिंदुओं के नरसंहार पर बेस्ड फिल्म है। फिल्म में कश्मीरी हिंदुओं के पलायन और दर्दनाक कहानी को दर्शाया गया है। फिल्म में अनुपम खेर, पल्लवी जोशी, मिथुन चक्रवर्ती और दर्शन कुमार जैसे स्टार्स ने लीड रोल निभाया है। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी।
गोवा में 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (IFFI) के समापन समारोह में इजराइली फिल्म मेकर के एक बयान से बवाल मच गया था। दरअसल, नदाव लैपिड (इजराइली फिल्म मेकर) ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म बता दिया था जिसके बाद फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने नदाव के बयान की काफी ज्यादा आलोचना की थी।