लखनऊ में मंगलवार को अलाया अपार्टमेंट की पांच मंजिला बिल्डिंग गिर गई। इसमें सपा नेता अब्बास हैदर की मां बेगम हैदर और पत्नी उजमा हैदर की मौत हो गई थी। बेटे मुस्तफा ने कार्टून सीरियल डोरेमॉन की ट्रिक से अपनी जान बचाई। उसने बताया कि बिल्डिंग हिलने पर उसे अचानक डोरेमॉन का एक एपिसोड याद आया। इसमें भूकंप से बचने की बात बताई गई है। इसके बाद वह बेड के नीचे जाकर छिप गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिल्डिंग शाम को साढ़े छह बजे गिरी। मुस्तफा 2 घंटे से ज्यादा वक्त तक मलबे में दबा रहा। उसे 8 बजकर 45 मिनट पर मलबे से निकालकर अचेत अवस्था में सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। परिजनों ने बुधवार शाम को उसे अस्पताल से डिस्चॉर्ज करा लिया। मुस्तफा के पैर में चोट आई है। वह हादसे में बचे 14 लोगों में से एक है।
परिजनों ने बताया कि हम लोगों चौथे फ्लोर पर रहते थे। सोमवार को मुस्तफा के दादा-दादी की शादी की 50वीं साल गिरह मनाई गई थी। इससे घर में खुशियों का माहौल था। हादसे से कुछ देर पहले मुस्तफा के पिता अब्बास हैदर घर से बाहर गए थे।
6 साल मुस्तफा ने कहा, “स्कूल से आने के बाद दोपहर में मैंने टीवी पर भूकंप के झटकों की खबर देखी थी। शाम को वक्त अचानक बिल्डिंग हिलने लगी। मुझे लगा कि फिर से भूकंप आ गया है। बिल्डिंग में रहने वाले लोग भी चिल्ला रहे थे। मां भी भाग रही थीं। इसी दौरान मुझे ‘डोरेमॉन’ का एक एपिसोड याद आया। जिसमें नोबिता को भूकंप के दौरान बेड के नीचे छिपकर खुद को बचाने के बारे में सिखाया था।
मुस्तफा ने बताया, इसके बाद बिना टाइम बर्बाद किए मैं तुरंत बेड के नीचे छिप गया।’ इसके अगले ही पल पूरी इमारत ढह गई। आंखों के सामने अंधेरा छा गया। इसके बाद क्या हुआ, मुझे कुछ याद नहीं है। जब होश आया तो देखा कि कुछ अजनबी उसे कहीं ले जा रहे हैं।’
मुस्तफा के दादा और पूर्व कांग्रेस नेता अमीर हैदर इस घटना में बच गए। अब्बास के बड़े भाई जीशान हैदर कांग्रेस में हैं। जीशान हैदर ने आरोप लगाया कि अफसरों की लापरवाही से मां और छोटे भाई की पत्नी की मौत हो गई।
जीशान ने कहा कि प्रशासन के रेस्क्यू में बहुत समय लग गया। मेरे बताने के बावजूद जहां फ्लैट था, वहां ड्रिल नहीं किया गया। मैं रातभर कहता रहा कि यहां का मलबा पहले हटाएं, लेकिन किसी ने नहीं सुना। यही कारण रहा कि परिवार में आज मातम पसरा हैं।