डेस्क पर जय श्री राम लिखा तो छात्र के मुंह पर फेंका फ्लूड, हिंदू संगठनों के बवाल के बाद निकाली गई टीचर

गाजियाबाद में एक स्कूल में एक बच्चे का डेस्क पर जय श्री राम लिखना एक शिक्षिका को इस कदर नागवार गुजरा कि उसने छात्र के बाल, मुंह और सिर पर फ्लूड पोत दिया। घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने बवाल काटा….

गाजियाबाद जिले में एक छात्र का डेस्क पर ‘जय श्री राम’ लिखना शिक्षिका को इस कदर नागवार गुजरा कि उसने बच्चे के बाल, मुंह और सिर पर फ्लूड पोत दिया। जैसे ही घटना की जानकारी लोगों को लगी बवाल बढ़ गया। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने आकाश नगर के होली ट्रिनिटी चर्च स्कूल पहुंच कर जमकर हंगामा किया। मामला बढ़ता देख प्रिंसिपल ने आक्रोशित लोगों से माफी मांगी और शिक्षिका को नौकरी से निकाल दिया।

जानकारी के मुताबिक, आकाश नगर में सातवीं के एक छात्र ने सोमवार सुबह डेस्क पर ‘जय श्री राम’ लिख दिया। ऐसा करने पर उसकी शिक्षिका ने सजा के रूप में उसके बाल, मुंह व सिर पर फ्लूड लगा दिया और अन्य छात्रों के सामने ऐसे ही बैठाए रखा। फिर छुट्टी से पहले थिनर से उसे साफ कर दिया। किसी तरह यह जानकारी बच्चे के घरवालों को मिली तो वे आक्रोशित हो गए। बच्चे के परिजन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लेकर दोपहर करीब साढ़े 12 बजे स्कूल पहुंच गए।

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया और मौके पर पुलिस भी बुला ली। मामला बढ़ता प्रिंसिपल ने शिक्षिका को नौकरी से निकाल दिया। साथ ही माफी मांगी। विश्व हिंदू परिषद के महानगर प्रचार प्रमुख अश्विनी शर्मा ने बताया कि स्कूल की हेड मिस्ट्रेस मधुलिका जोसेफ से मिलकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई तो उन्होंने माफी मांगते हुए संबंधित महिला टीचर को निलंबित कर दिया। उन्होंने यह भी लिखकर दिया है कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी और ना ही बच्चे पर कोई कार्रवाई होगी।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं मामले में स्कूल प्रबंधन से कोई बात नहीं हो सकी। यह पहला मामला नहीं है। गाजियाबाद जिले में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। डासना के एक कॉलेज में जय श्री राम बोलने पर छात्र को धमकाने का मामला सामने आया था। उससे पहले एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में एक समारोह के दौरान स्टेज पर छात्र ने जय श्री राम का नारा लगाया था, जिसके बाद वहां मौजूद शिक्षिकाओं ने उसे स्टेज से नीचे उतार दिया था। तब इस मामले को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था। बाद में कॉलेज प्रबंधन ने संबंधित दो शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया था।