बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर (Raj Babbar) ने फिल्म इंडस्ट्री में जगह बनाने के लिए खूब मेहनत की और 80 के दशक में तो उनका बोलबाला था। थिएटर बैकग्राउंड से होने के नाते राज बब्बर आसानी से दर्शकों की नब्ज को समझ पाते थे और हर एक किरदार में जान सी फूंक देते थे। फिल्मी दुनिया में धमाल मचाने के बाद राज बब्बर अब राजनीति की दुनिया में भी सध चुके हैं। फिल्मी दुनिया में रहते हुए राज बब्बर कई दफा विवादों से घिरे और इसकी वजह उनकी निजी जिंदगी में मची हलचल थी। आज राज बब्बर का जन्मदिन है और बात करेंगे उनकी निजी जिंदगी से जुड़े उस किस्से से जिसमें सिर्फ और सिर्फ दर्द ही था।
साल 1977 में रिलीज हुई फिल्म किस्सा कुर्सी का के जरिए राज बब्बर ने फिल्मी दुनिया में एंट्री मारी। इसके बाद कई फिल्मों में राज बब्बर ने विलेन का भी रोल अदा किया और अपनी जबरदस्त अदाकारी से हर किसी का दिल जीत लिया। नादिरा से राज बब्बर की पहली शादी हुई थी। फिल्में करने के दौरान ही उनकी मुलाकात स्मिता पाटिल से हुई और धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां भी बढ़ने लगीं।
राज बब्बर और स्मिता पाटिल के इश्क के चर्चे हर जगह होने लगे। उन्होंने तो घर-परिवार और जमाने को अनदेखा करके स्मिता पाटिल के साथ लिव-इन में रहने का फैसला लिया। स्मिता पाटिल से उनकी शादी हुईं। स्मिता और राज के बेटे प्रतीक बब्बर का जन्म हुआ। प्रतीक के जन्म के 2 हफ्ते बाद ही स्मिता पाटिल का निधन हो गया। इसके बाद राज बब्बर ने दोबारा अपनी पत्नी नादिरा के पास लौटने का फैसला लिया। नादिरा से राज बब्बर को दो बच्चे हैं। राज बब्बर की निजी जिंदगी में फिल्मों की तरह उतार-चढ़ाव आते रहे और लोगों की आलोचना भी उन्होंने खूब झेली।