सांप काटे तो क्या करें और क्या न करें।

बदायूँ :मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 प्रदीप वार्ष्णेय ने सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह आयोजित किए जाने के दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने सांप द्वारा काटे जाने पर क्या करें, क्या ना करें और क्या इसके बचाव हैं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि सर्पदंश की स्थिति में नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। जनपद के समस्त सरकारी चिकित्सालय में एंटी स्नेक वेनम व आवश्यक औषधियां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैउन्होंने बताया कि सांप काटने पर सांप से दूर हो जाएं और घबराए नहीं। जिस जगह पर सर्पदंश है, वहां से सभी प्रकार के आभूषण जैसे घड़ी अंगूठी आदि को निकाल दें। सर्पदंश पीड़ित व्यक्ति को शांत और स्थिर रहने के लिए कहीं सर्पदंश पीड़ित व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं उसका सिर ऊंचा करके लिटाएं और बैठाएं। घाव को तुरंत गर्म पानी या साबुन से साफ करें। सांप के रंग और आकार को देखने और याद रखने की कोशिश करें। काटे हुए अंग को पट्टी या सूती कपड़े से बांधे सर्पदंश को साफ व सूखे कपड़े से ढक दें। सांप काटने पर क्या बिल्कुल ना करें के बारे में उन्होंने बताया कि सांप काटने पर सर्पदंश वाले भाग में डोरी या रस्सी ना बढ़े गर्म पट्टी का उपयोग न करें। सर्वदंश की जगह पर किसी धारदार वस्तु से काटकर या दबाकर जहर को निकालने का प्रयास न करें। सांप काटने की स्थिति में सांप को पकड़ने की कोशिश बिल्कुल ना करें, यह खतरनाक हो सकता है। सांप काटने पर पीड़ित व्यक्ति का पारंपरिक इलाज करके समय की बर्बादी ना करें, क्योंकि यह विश्वसनीय नहीं है। सांप द्वारा शरीर के काटे गए स्थान पर बर्फ का प्रयोग ना करें। सर्पदंश वाले अंग को न मोड़ें। घाव को चूसकर उसका जहर निकालने की कोशिश कभी भी ना करें।उन्होंने सर्पदंश से बचाव के उपाय के बारे में बताया कि मलबे या अन्य वस्तुओं के नीचे सांप हो सकते हैं, सतर्क रहें। सर्पदंश को रोकने के लिए उपयुक्त जूते और कपड़े पहनने की सिफारिश की जाती है। सांप के मृत होने की स्थिति में भी सांप को हाथ न लगाएं। घर से बाहर रात्रि भ्रमण के दौरान सदैव टॉर्च व लालटेन का प्रयोग करें। ऊँची जमीन पर जाने के लिए पानी में तैरते समय सांपों से सावधान रहें। सांप को अपने आसपास देखने पर धीरे-धीरे उसे पीछे हटे। सांप को पकड़ने या मारने की कोशिश ना करें।

द दस्तक24 न्यूज़ रिपोर्ट सचिन बाबू बिसौली बदायूं