उत्तर कोरिया में धीरे-धीरे कोरोनावायरस भयावह रूप लेती जा रही है। इस बीच उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सेना का सहारा लेने का फैसला किया है। राज्यद्वारा संचालित केसीएन (KCNA) समाचार ने सोमवार को कहा कि किम जोंग उन ने एक आपातकालीन पोलित ब्यूरो बैठक का मार्गदर्शन किया। बैठक के दौरान किम जोंग ने प्योंगयांग में दवाओं की आपूर्ति को स्थिर करने के लिए सेना का इस्तेमाल करने का आदेश दिया है। बता दें कि कोरोना महामारी की चपेट में उत्तर कोरिया भी आ चुका है। देश में 3,92,920 लोगों को बुखार होने की सूचना है। वहीं, 8 नए लोगों की मौत हुई है, जिनमें कोरोनावायरस के लक्षण पाए गए।
बता दें कि उत्तर कोरिया में दो साल बाद कोरोना का पहला मामला सामने आया है। नए केस की पुष्टि के बाद किम जोंग उन ने देश में लाकडाउन लगाने का ऐलान किया है। उन्होंने अपील की है कि कोरोना से बचाव के उपायों को और अधिक बढ़ाया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि लाकडाउन का सख्ती से पालन किया जाए। समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक लोगों को घरों के भीतर रहने को कहा गया है और अधिकारियों द्वारा राष्ट्रव्यापी लाकडाउन लागू कर दिया गया है।
विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि वायरस सीमित चिकित्सा आपूर्ति वाले देश, उत्तर कोरिया को तबाह कर सकता है। बता दें कि उत्तर कोरिया सरकार के पास कोई ठोस और व्यापक टीका कार्यक्रम नहीं है। सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने बताया कि सरकार ने अपने राष्ट्रीय दवा भंडार के वितरण का आदेश दिया था, लेकिन किम ने कहा कि राज्य द्वारा खरीदी गई दवाएं फार्मेसियों के माध्यम से समय पर और सटीक तरीके से लोगों तक नहीं पहुंच रही हैं। किम ने आदेश दिया कि सेना के चिकित्सा कोर के ‘शक्तिशाली बलों’ को प्योंगयांग शहर में दवाओं की आपूर्ति को तुरंत स्थिर करने के लिए तैनात किया जाए।
केसीएनए ने यह भी बताया कि किम ने दवाओं की आपूर्ति और बिक्री के बारे में पता लगाने के लिए प्योंगयांग में ताएदोंग नदी के पास स्थित फार्मेसियों का दौरा किया। किम ने कहा कि फार्मेसी अपने कार्यों को सुचारू रूप से करने के लिए अच्छी तरह से तैयार नहीं हैं। उत्तर कोरिया ने कहा है कि अब तक हुई मौतों का एक बड़ा हिस्सा लोगों के स्टील्थ ओमाइक्रोन वैरिएंट वायरस संक्रमण से ग्रसित होने की वजह से हुई।
सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए (KCNA) के अनुसार, किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया में कोरोनावायरस (COVID-19) के संक्रमण मामलों को देश के आजादी के बाद का सबसे गंभीर आपातकाल बताया है। किम जोंग उन ने कहा ‘देश को गणतंत्र की स्थापना के बाद से सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
गुरुवार को ही उत्तर कोरिया में कोरोना महामारी की पहली लहर आने की घोषणा की गई थी। इस दौरान देश में कई लोगों का टेस्ट पाजीटिव आया था। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक देश में ओमिक्रान वेरिएंट ने सबसे अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया है। केसीएनए की खबर में कहा गया है कि अप्रेल के अंत से ही देश में बुखार से कई लोग पीडि़त हो गए हैं।