पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की कथित विवादित टिप्पणियों का मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मुंबई पुलिस ने नूपुर शर्मा को इस मामले में समन भेज 22 जून को पेश होने के लिए कहा है। इधर, कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ये मुद्दा गरमाया हुआ है। मुस्लिम खाड़ी देशों ने नूपुर शर्मा के बयान की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी मौके का फायदा उठाकर भारत को घेरने की कोशिश की। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने खाड़ी देशों के साथ पाकिस्तान को भी माकूल जवाब दे दिया है। आइए आपको बताते हैं कि पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी पर हुए विवाद में अब तक क्या-क्या हुआ…!
1- भारतीय जनता पार्टी से सस्पेंड नूपुर शर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। महाराष्ट्र के मुंब्रा पुलिस स्टेशन ने नूपुर शर्मा को समन भेजा है। नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद साहब पर कथित विवादित टिप्पणी को लेकर 22 जून को पुलिस स्टेशन पहुंचकर अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है।
2- इससे पहले आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने (AIMPLB) ने कहा कि नूपुर शर्मा को भाजपा से निलंबित करना काफी नहीं है। संस्था ने एक खत जारी कर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
3- पाकिस्तान, यूएई, ओमान, इंडोनेशिया, इराक, मालदीव, जॉर्डन, लीबिया, कुवैत, ईरान, सऊदी अरब, अफगानिस्तान और पाकिस्तान समेत कई देशों ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर कथित विवादित टिप्पणी पर विरोध जताया था।
4- रणनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण कतर, कुवैत, ईरान, सऊदी अरब और बहरीन जैसे देशों के समक्ष भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि व्यक्तिगत टिप्पणियों को तूल नहीं दिया जाना चाहिए, लेकिन इस विवाद की आड़ में भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर दुष्प्रचार की कोशिशों में जुटे इस्लामिक देशों के संगठन ओआइसी और इसके प्रमुख सदस्य पाकिस्तान को भारत ने कड़ी फटकार लगाई।
5- मामले ने तूल पकड़ा, तो कुवैत अन्य खाड़ी देशों से एक कदम आगे बढ़ गया। कुवैत के अल-अर्दिया को-आपरेटिव सोसायटी स्टोर नामक सुपर बाजार में भारतीय सामान को हटा दिया गया। भारतीय चाय, मसाले, चावल की बोरियां समेत कई सामान को सुपर बाजार के सेल्फ से हटाया गया। साथ ही कुछ भारतीय उत्पादों को सेल्फ में प्लास्टिक से ढक दिया गया है और उस पर एक पर्ची चस्पा की गई। इस पर लिखा गया है- ‘हम भारतीय उत्पादों को हटा रहे हैं।’
6- नूपुर शर्मा के बयान पर 57 सदस्यीय इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी कड़ी आलोचना की। हालांकि, ओआइसी की टिप्पणी पर विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि भारत सरकार ओआइसी की अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणी को सिरे से खारिज करती है। जिन टिप्पणियों का जिक्र किया गया है वह व्यक्तिगत स्तर पर किया गया है और वह भारत सरकार का विचार नहीं है। इन व्यक्तियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जा रही है। यह दुर्भाग्य की बात है कि ओआइसी सचिवालय कुछ स्वार्थी तत्वों के जरिये विभेदकारी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है।
7- वैश्विक स्तर पर विवाद की चर्चा हुई, तो कुछ लोगों ने नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दी। इसकी शिकायत नूपुर ने पुलिस में की, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी। साथ ही नूपुर ने कहा कि उनका फोन नंबर या घर का पता सोशल मीडिया पर शेयर न किया जाए।
8- नूपुर शर्मा ने भाजपा द्वारा सस्पेंड किए जाने से पहले ही पूरे विवाद पर अपनी सफाई दे दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था- पिछले काफी दिनों से टीवी पर चर्चाओं में शामिल हो रही थी। यहां प्रतिदिन मेरे आराध्य शिवजी का अपमान किया जा रहा था। हमारे महादेव के अपमान को मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई और मैंने गुस्से में आकर कुछ बातें कह दीं। अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है, तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।’ लेकिन इसके बाद भी विवाद थमा नहीं।
9- एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी करने वाली भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ दस दिन पहले ही कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। भाजपा ने कार्रवाई तब की है, जब खाड़ी देशों में बात बिगड़ने लगी।
10- पैगंबर मोहम्मद पर कथित विवादित टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ भाजपा द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है। नूपुर शर्मा को प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। उधर, नवीन कुमार जिंदल को भी पार्टी से निकाल दिया गया है।