बहराइच हिंसा पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने क्या कहा,होने लगी राजनीति

बहराइच में रविवार को हुई हिंसा के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है. कुछ लोग सड़कों पर लाठियां तथा लोहे की छड़ें लिए घूमते दिखे. कुछ दुकानों और वाहनों में आगजनी की गई है. एक दिन पहले दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है. हिंसा के विरोध में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए और पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए गए. पुलिस बलों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया.

इसी बीच बहराइच की घटना पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का बयान आया है. उन्होंने कहा ‘मेरी अपील है कि कानून व्यवस्था बनी रहे. घटना दुखद है. सरकार को न्याय करना चाहिए. जिस समय ये जुलूस निकला उस समय पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था कि रूट पर सुरक्षा है या नहीं, पर्याप्त पुलिस की तैनाती है या नहीं. शासन की चूक की वजह से ये घटना हुई.’ उन्होंने आगे कहा, ‘लाउड स्पीकर पर क्या बज रहा थे? ये कहूंगा तो वो कुछ कहेंगे. प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए था कि क्या बजा रहे हैं. क्या किसी का अपमान कर रहे हैं? यूपी में बीजेपी के लोग मनमानी कर रहे हैं. ये इनकी वोट की राजनीति है. लोगो से शांति की अपील करूंगा. ये झगड़ा कराकर बांटने का काम करते है.’

बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया, ‘स्थिति को सामान्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.’ एसपी ने बताया कि सलमान नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक, उसके घर से गोलियां चलाई गईं. घर पर ही वह एक दुकान चलाता है. उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.

महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा, ‘हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं. चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी. मृतक के परिवार के सदस्यों की मांग है कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को सस्पेंड किया जाना चाहिए.’

ऐसे शुरू हुआ विवाद
रविवार को हुई हिंसा की शुरुआत देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान लाउड स्पीकर से संगीत बजाने को लेकर विवाद के कारण हुई. रेहुआ मंसूर गांव के राम गोपाल मिश्रा जुलूस में थे, तभी उन्हें गोली लग गई. मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया. फखरपुर कस्बे और कुछ अन्य जगहों पर जुलूस रद्द कर दिए गए.