घोसी उपचुनाव हारने के बाद क्या बोले भूपेंद्र चौधरी, बीजेपी कमिटमेंट पूरा करती है

उन्होंने दावा किया कि घोसी उपचुनाव परिणाम का 2024 के लोकसभा चुनाव पर कोई भी असर पड़ने वाला नहीं है। यूपी में 80 की 80 लोकसभा सीटें बीजेपी ही जीतेगी। इतना ही नहीं, ओमप्रकाश राजभर के मंत्री बनने वाले बयान पर कहा कि भाजपा अपने कमिटमेंट को पूरा करती है। अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए भूपेंद्र ने कहा कि अखिलेश यादव को गठबंधन धर्म निभाना बीजेपी से सीखना चाहिए।
सपा का उत्साह विधानसभा 2022 में भी दिखता था। वो 400 सीटें जीत रहे थे। घोसी का उपचुनाव हमें अपने आपको परखने के लिए और अवलोकन के लिए महत्वपूर्ण था। हमने उन सारे विषयों को प्राथमिकता से लिया है। जो गलती हमसे हुई और जो खामी रही, उन कमियों को हम चिन्हित कर रहे हैं।

मैं यह कह सकता हूं कि हम अपनी बात जनता के समक्ष ठीक से नहीं रख पाए। जबकि समाजवादी पार्टी ने नकारात्मक अभियान चलाया। उस पर वह आगे बढ़ते रहे। लेकिन, मुझे विश्वास है कि हमने ठीक से तैयारी की है और उस आधार पर भाजपा पूरी ताकत के साथ अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच में जाएगी। मोदी जी के नेतृत्व में 80 की 80 सीटें जीतेगी। भाजपा का और सभी सहयोगियों का यही संकल्प है। गठबंधन धर्म निभाना हम जानते हैं। अपना दल हमारे साथ 2014 से है। निषाद पार्टी एनडीए का हिस्सा है। केंद्र में भी बहुत से ऐसे राजनीतिक दल हैं, जो एनडीए का हिस्सा हैं। भारतीय जनता पार्टी का सभी अपने साथी सहयोगियों को साथ लेकर चलने का संकल्प है। प्रधानमंत्री जी का जो कमिटमेंट है, उस आधार पर हम आगे बढ़ रहे हैं। जो भी एनडीए का हिस्सा है, हम सबको साथ लेकर चलेंगे। सारे लोग मिलकर मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में विकास यात्रा को आगे बढ़ाएंगे। समाजवादी पार्टी शिवपाल जी पर कितना भरोसा करती है, ये आप हम सब लोग अच्छी तरह जानते हैं। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हमारी सरकार की योजनाओं की वजह से दुनिया में आज भारत एक शक्ति के रूप में स्थापित हुआ है। चंद्रयान की सफलता, G-20 का सफल आयोजन हो। ये हम सब 140 करोड़ लोगों से जुड़ा है और उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाला विषय है। हम अपने कामों को लेकर जनता के बीच में जाएंगे। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा उत्तर प्रदेश में शत प्रतिशत सफलता हासिल करेगी। गठबंधन में जो भी लोग एनडीए का हिस्सा हैं, उनकी क्या बातचीत हुई है। किन शर्तों पर वह आए हैं, हमारे साथ वह जुड़े हैं, क्या विषय है, उसकी सारी जानकारी केंद्रीय नेतृत्व को होती है। केंद्रीय नेतृत्व ही इस पर निर्णय करता है। स्टेट का का जो विषय है, उसमें हम सब लोग साथ में हैं। वह हमारा हिस्सा बने हैं। उनका कमिटमेंट है, जो वो हमारे गठबंधन के साथ आए हैं। भाजपा का और प्रधानमंत्री जी का जो संकल्प है, उस संकल्प को हम सब लोग मिलकर पूरा करेंगे। मुलायम सिंह जी ने बसपा के साथ 1993 गठबंधन किया, उसके बाद 2017 में अखिलेश जी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। 2019 में फिर बसपा के साथ गठबंधन किया और आज गठबंधन के साथी उनके कहां चले गए। गठबंधन बनाना और गठबंधन धर्म निभाना, यह बीजेपी से उन्हें सीखना चाहिए। जिस तरह से हमारी सरकारों ने काम किया है, निश्चित रूप से ये पूरा होगा। हमारे नेता नरेंद्र मोदी जी के प्रति जिस तरह से लोगों का विश्वास है और उस विश्वास को हमारी सरकारों ने पूरा किया है। हमारा जो घोषणा पत्र है, हमारा जो कमिटमेंट है। धारा 370 हो कॉमन सिविल कोड हो, चाहें राम जन्मभूमि से जुड़ा मामला हो। उत्तर प्रदेश में भी एक बेहतर कानून व्यवस्था का राज स्थापित करके एक बड़ा आधारभूत ढांचा हमने खड़ा किया है। उसके कारण बड़ी संख्या में निवेश और निवेशक उत्तर प्रदेश की ओर आ रहे हैं।
प्रत्याशी चयन के निर्णय करने की एक प्रक्रिया है। हम रायशुमारी करके और बातचीत करके निर्णय लेते हैं। वह उनका निजी मत है। भारतीय जनता पार्टी में जो प्रत्याशी चयन की व्यवस्था है, उसे हमने पूरा किया है और उसे पूरा करते हुए हम आगे बढ़े हैं।
8 सितंबर को घोसी उपचुनाव के नतीजे आए। नतीजे में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली। फिर उसके बाद सबके निशाने पर आ गए सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर। समाजवादी पार्टी ने ओमप्रकाश राजभर को लेकर तमाम हमले बोले। लेकिन ओमप्रकाश राजभर चुनौती भरे अंदाज में कह रहे हैं कि उन्हें मंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता। ओमप्रकाश राजभर घोसी की हार को भुलाकर अब बिहार में ललकार भर रहे हैं।