यूक्रेन और रूस के बीच जारी गतिरोध और युद्ध जैसी स्थिति के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मास्को का दौरा करने जा रहे हैं। इमरान 23 और 24 फरवरी को रूस की यात्रा पर रहेंगे। करीब 23 साल बाद कोई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री मास्को जा रहा है। यह इमरान की पहली रूस यात्रा होगी। क्रेमलिन के प्रेस सचिव दैमित्री पेस्कोव ने रविवार को यह घोषणा की। अपने इस दौरे में इमरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे।
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की दो दिवसीय यात्रा और पुतिन के साथ उनकी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पेस्कोव ने कहा, ‘हां।’ 1999 के बाद पहली बार कोई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री रूस के दौरे पर आ रहा है। मार्च 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ रूस गए थे।
पिछले महीने खबर आई थी कि मास्को और इस्लामाबाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन की इस साल यात्रा की योजना को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की यात्रा की घोषणा की गई है। इमरान खान रूस के राष्ट्रपति को औपचारिक निमंत्रण दे चुके हैं। पिछले महीने टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री ने अपना आमंत्रण दोहराया था। पुतिन के दौरे को लेकर पिछले दो वर्ष से बातचीत चल रही है, लेकिन कोरोना महामारी समेत कुछ कारणों से तारीख तय नहीं हो पाई है।
कुछ रिपोर्टों में इस यात्रा की वजहों की ओर इशारा किया गया है। रिपोर्टों के मुताबिक रूस भी चाहता है कि पाकिस्तान के साथ बड़ी परियोजनाएं होनी चाहिए। रूस पाकिस्तान के साथ बड़ी पहलकदमियों पर विचार कर रहा है। यदि रूस के साथ पाकिस्तान की किसी परियोजना को लेकर बात बनती है तो माना जा रहा है कि इसकी घोषणा खुद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पाकिस्तान की यात्रा पर करेंगे।
इमरान खान की यह यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है जब अमेरिका और अन्य पश्चिमी मुल्कों की ओर से रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले की आशंकाएं जताई जा रही है। दुनिया के तमाम दिग्गज पहले ही कह चुके हैं कि यदि यह युद्ध होता है तो इससे अर्थव्यवस्थाओं को भारी चोट पहुंचेगी। सनद रहे हाल ही में बीजिंग ओलंपिक गेम्स समारोह का हिस्सा बनने गए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच गैस और तेल की आपूर्ति को लेकर एक बड़ी डील हुई थी।
माना जा रहा है कि यदि अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों की ओर से रूस पर कोई आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाते हैं तो ऐसे समझौतों से पुतिन को मदद मिलेगी। मौजूदा वक्त में पाकिस्तान भी आर्थिक बदहाली के बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है। पाकिस्तान में तेल की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है जिससे आवाम महंगाई की मार से बुरी तरह परेशान है। इमरान भी लगातार बाहरी मुल्कों से कर्ज लेकर सरकारी सिस्टम और अर्थव्यवस्था की सेहत को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं।