प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया। सुभाष चंद्र बोस और अमर जवान ज्योति को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ी हुई है। इस पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि भारत में नेताजी के नाम पर 164 संस्थान हैं, यह सब 2014 से पहले के हैं। उन्हें सिर्फ होलोग्राम के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उनके पास न केवल वीरता और महानता थी, बल्कि कुछ ठोस सिद्धांत भी हैं, जो दुख की बात है कि वर्तमान सरकार उन्हें छोड़ रही है।
साथ ही उन्होंने कहा कि आप अमर जवान ज्योति को सिर्फ इसलिए नहीं बुझा सकते क्योंकि आपको राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) में एक और लौ जलानी है। लौ अमर होने के लिए है, यह अमर और शाश्वत होने के लिए है। आप केवल वर्तमान सरकार की सनक के कारण जो शाश्वत है उसे नष्ट नहीं कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर रविवार को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर जमकर निशाना साधा। नेता जी कि प्रतिमा के अनावरण के बाद उन्होंने मंच से कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश की संस्कृति और मूल्यों के अलावा कई महान लोगों के योगदान को मिटाने की कोशिशें की गई थीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश अब अतीत की गलतियों को सुधार रहा है। साथ ही कहा कि भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में लाखों लोगों का बलिदान शामिल है, लेकिन उनके इतिहास को सीमित करने के प्रयास किए गए। लेकिन स्वतंत्रता के दशकों बाद आज देश उन गलतियों को सुधार रहा है।