फिल्म जगत में शोक की लहर. पंडित सुखराम शर्मा का निधन, सलमान खान ने दी श्रद्धांजलि

बॉलीवुड अभिनेता आयुष शर्मा (Ayush Sharma) के दादा व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम शर्मा (Pandit Sukh Ram Sharma) का मंगलवार देर रात दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। 94 वर्ष की उम्र में सुखराम ने अपनी आखिरी सांस ली। सुखराम को मनाली में मस्तिष्काघात हुआ था। इसके बाद उन्हें मंडी के एक क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से सात मई को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) लाया गया था। सुखराम के निधन पर बॉलीवुड जगत से लेकर राजनेताओं तक ने श्रद्धांजलि दी है। इस बीच अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) ने भी सुखराम को श्रद्धांजलि दी है।
सलमान खान ने सोशल मीडिया पर सुखराम को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी एक तस्वीर शेयर की। वहीं तस्वीर के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘आयुष और उनके पूरे परिवार को आज उनके दादा श्री सुखराम जी के निधन पर मेरी भावपूर्ण संवेदना।’ इसके साथ ही कैप्शन में उन्होंने #RIP लिखा और हाथ जोड़ने का इमोजी शेयर किया है। सलमान खान के इस पोस्ट पर सेलेब्स और फैन्स भी सुखराम को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। याद दिला दें कि आयुष शर्मा की शादी सलमान खान की बहन अर्पिता खान से हुई है।
सुखराम के दूसरे पोते व अभिनेता आयुष शर्मा ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ‘बहुत भारी मन से मैं अपने प्यारे दादाजी पंडित सुखराम शर्मा को विदाई दे रहा हूं। भले ही आप चले गए हों, मुझे पता है कि आप हमेशा मेरे साथ रहेंगे, मेरा मार्गदर्शन करेंगे, आप मुझे देख रहे हैं और हमेशा की तरह मुझे आशीर्वाद देते हैं। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे दादाजी। आप बहुत याद आएंगे।’बता दें कि सुखराम 1993 से 1996 तक केंद्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। वह हिमाचल प्रदेश के मंडी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के सदस्य थे। सुखराम ने पांच बार विधानसभा चुनाव और तीन बार लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। उन्हें 2011 में भ्रष्टाचार के एक मामले में पांच साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। यह मामला 1996 का था, जब वे संचार मंत्री थे। सुखराम के बेटे अनिल शर्मा मंडी से भाजपा विधायक हैं। सुखराम का जन्म 27 जुलाई, 1927 को हुआ था। सुखराम ने 1963 से 1984 तक मंडी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। हिमाचल प्रदेश में पशुपालन मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें जर्मनी से गायों को लाने का श्रेय दिया जाता है, जिससे राज्य के किसानों की आय में वृद्धि हुई। वह 1984 में लोकसभा के लिए चुने गए और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नेतृत्व वाली सरकार में एक कनिष्ठ मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं। सुखराम ने रक्षा उत्पादन एवं आपूर्ति, योजना और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया।