दूसरे सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को 50 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली. अब 9 मार्च को भारत के खिलाफ दुबई में न्यूजीलैंड की टीम फाइनल मुकाबला खेलेगी. बता दें कि दूसरे सेमीफाइनल में पहले न्यूजीलैंड टीम ने बल्लेबाजी की थी और 50 ओवर में 6 विकेट पर 362 रन बनाने में सफल रही. जिसके बाद साउथ अफ्रीका टीम 50 ओवर में 9 विकेट पर 312 रन ही बना सकी, सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की हार के बाद वसीम अकरम ने रिएक्ट किया और कहा कि, एक बार फिर साउथ अफ्रीका ने वही कहानी दोहराई है. टेन स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए वसीम ने कहा कि, इस मैच में न्यूजीलैंड ने पूरे मैच में साउथ अफ्रीकी टीम पर दबाव बनाए रखा, न्यूजीलैंड की टीम के खिलाड़ियों ने पूरे मैच में सकारात्मक ऊर्जा के साथ खेल खेला और पूरे मैच में अपने दमखम के साथ विरोधी टीम पर दबाव बनाने में सफल रहे. कीवी बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी की, हर एक डिपार्टमेंट में न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका से आगे थी.
पूर्व पाक गेंदबाज ने आगे कहा, “न्यूजीलैंड ने जिस अंदाज में खेल खेला है उसे देखकर लगता है कि यह एक बेहतरीन औऱ कंपलीट टीम है, हर डिपार्टमेंट में उनके बेहतरीन खिलाड़ी हैं. फील्डिंग तो लाजबाव हैं. कीवी स्पिनरों ने मिलकर 7 विकेट लिए. दूसरी ओर साउथ अफ्रीका के स्पिनर एक भी विकेट लेने में नाकाम रहे. फिलिप्स औऱ सैंटनर ने तो कमाल कर दिया. मैं कप्तान सैंटनर के बारे में ये बताना चाहूंगा कि उसने आईसीसी टूर्नामेंट में पहली बार कप्तानी की और टीम को फाइनल में पहुंचा दिया.मिचेल सैंटनर के बारे में बताना चाहूंगा कि उसने कमाल की कप्तानी की, शांत स्वभाव में रहकर शानदार कप्तानी की, अपने गेंदबाजों का उसने सही से इस्तेमाल किया. सैंटनर पूरे मैच में कूल थे और उन्हें पता था कि मैच को आगे कैसे ले जाना है.
‘स्विंग ऑफ सुल्तान’ के नाम से विख्यात वसीम अकरम ने आगे कहा, “दूसरी ओर साउथ अफ्रीकी टीम की बात की जाए तो मैं हैरान हूं. खासकर उनके तेज गेंदबाजों के बारे में ..मैंने उनके तेज गेंदबाजों के बारे में पहले भी बात की थी. उनके पास बेहतरीन पेस अटैक हैं, रबाडा हैं, लुंगी एनगिडी जैसे तेज गेंदबाज हैं. लेकिन मुझे यह समझ नहीं आया कि न्यूजीलैंड की पारी के आखिरी 10 ओवर में अफ्रीकी तेज गेंदबाजों ने धीमी बल्लेबाजी क्यों करनी शुरू कर दी.”
वसीम अकरम ने आगे कहा, “मैंने तो अपना सिर पकड़ लिया था. साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाजों ने आखिरी 10 ओवर में 36 फीसदी स्लो गेंद की. मैं हैरान था कि तेज गेंदबाज ऐसी गेंदबाजी क्यों कर रहे थे. इसके बाद जब स्कोर 360 प पहगुंचा तो मैं समझ गया था कि मैच खत्म हो गया है. साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजों औऱ कप्तान ने बड़ी गलती की है और एक अच्छा मौका फिर से गंवा दिया है”.