क्या बंगाल में थी जेपी नड्डा पर हमले का खतरा ? BJP ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखी चिट्ठी

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल फतह का धेय लेने के लिए बुधवार को दो दिवसीय यात्रा पर कोलकाता पहुंचे। यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश के साथ उनका स्वागत किया। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के कथित समर्थकों ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को शहर के हेस्टिंग्स इलाके में बीजेपी के नए चुनाव कार्यालय के बाहर से काले झंडे दिखाने की कोशिश की। इस बीच बीजेपी ने टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है।

बंगाल बीजेपी ने अमित शाह के लिखी चिट्ठी में जेपी नड्डा की हत्या की आशंका जताई है। चिट्ठी में कहा गया है, ‘बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिवसीय दौरा पर कोलकाता में हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर बंगाल पुलिस का रवैया ठीक नहीं है। काफी लापरवाही बरती जा रही है। हेस्टिंग्स में बीजेपी कार्यालय के बाहर करीब 200 लोगों की भीड़ हाथ में लाठी-डंडे लिए हुए देखे गए। उन्होंने हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को काले झंडे भी दिखाए।’
बंगाल बीजेपी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस दौरान भीड़ को रोकने की कोशिश नहीं की। उन्हें जेपी नड्डा की गाड़ी की तरफ आने दिया। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि दिनभर के कार्यक्रम के दौरान बंगाल पुलिस द्वारा मुहैया कराई गई पायलट कार ने आसान राह नहीं बनाया। जेपी नड्डा की गाड़ी कई रेड लाइट पर रोकी गई।

अमित शाह को लिखी चिट्ठी में पश्चिम बंगाल पुलिस और सरकार पर Z श्रेणी की सुरक्षा वाले जेपी नड्डा की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही आज के उनके कार्यक्रमों के लिए सुरक्षा की चिंता जाहिर की गई है।

आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के कथित समर्थकों ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को शहर के हेस्टिंग्स इलाके में भगवा पार्टी के नये चुनाव कार्यालय के बाहर से काले झंडे दिखाने की कोशिश की। उस वक्त नड्डा कार्यालय के अंदर थे। भीड़ ने नए कार्यालय के बाहर कुछ दूरी पर स्थित एक स्थान से काले झंडे लहराने की कोशिश की। नड्डा जब भवन में प्रवेश कर गए, तब उन्होंने ”भाजपा वापस जाओ” के नारे भी लगाए।

भाजपा के एक स्थानीय विधायक ने दावा किया कि कुछ प्रदर्शनकारी इलाके के जाने पहचाने चेहरे हैं और तृणमूल कांग्रेस के एक मंत्री के करीबी हैं। मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ”कोई झड़प या हाथापाई नहीं हुई। दोनों पक्ष मौके से शांतिपूर्वक तरीके से हट गए।”

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आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ