चीन में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही भारत, जापान, थाईलैंड और अमेरिका जैसे देशों में भी नई लहर का खतरा मंडराने लगा है। इस बीच जापान में एक्सपर्ट्स ने कोरोना को लेकर वॉर्निंग जारी कर दी है। जापानी मीडिया NHK वर्ल्ड के मुताबिक, एक्सपर्ट्स का कहना है कि 15 जनवरी के बाद कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा सकता है।
इसके अलावा जापान ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए चीन से आए यात्रियों के लिए टेस्टिंग जरूरी कर दी है। यानी अब चीन से जापान आने वालों का जापान पहुंचते ही कोरोना टेस्ट होगा। अब तक, यहां आने वाले चीनी यात्रियों को सिर्फ कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी था।
चीन में कोविड टेस्ट किट बनाने वाली फैक्ट्री में रविवार को हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर दवाओं के बॉक्स फेंके। चूंगचींग शहर में कोविड टेस्ट किट बनाने वाली जायबायो कंपनी ने कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया और सैलरी भी नहीं दी। इसके बाद फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शनकारी सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए।
शंघाई के इन्फेक्शन डिसीज स्पेशलिस्ट झांग वेन्होंगे ने कहा है कि चीन में कोविड-19 जल्द ही खत्म हो जाएगा। झांग के मुताबिक- चीन भी जल्द ही दुनिया के बाकी देशों की तरह हो जाएगा और यहां भी कोविड-19 कंट्रोल में होगा। यह एक खास हिस्से तक सिमट कर रह जाएगा जिसे एंडेमिक कहते हैं। इस इन्फेक्शन डिसीज स्पेशलिस्ट ने कहा- चीन में कोविड पीक तक पहुंच गया है। अब हमारे पास कई तरह की मेडिकल फेसेलिटीज मौजूद हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो यह बीमारी खत्म होने वाली है। हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही कोविड-19 भी मामूली फ्लू की तरह हो जाएगा और यह किसी खास सीजन में ही असर डालता नजर आएगा। इसका असर भी एक छोटे से इलाके में होगा।
चीन ने तीन साल से बंद सभी बॉर्डर को खोल दिया है। रविवार को हांगकांग और मेनलैंड चाइना के बीच यात्रियों की आवाजाही हुई। इन लोगों के लिए क्वारैंटाइन जैसा बड़ा प्रोटोकॉल भी खत्म कर दिया गया है।
चीन में बॉर्डर खुलने के बाद लोग बिना आइसोलेशन के यात्रा कर सकेंगे। चीन में लूनर न्यू ईयर 21 जनवरी से शुरू हो जाएगा। ऐसे में अगले 40 दिन में देश में 200 करोड़ लोगों के आने-जाने की संभावना है। महामारी की शुरुआत के बाद से चीनियों के लिए यह बिना किसी प्रतिबंध के पहला लूनर न्यू ईयर होगा।
अमेरिका : XBB.1.5 वैरिएंट तेजी से फैल रहा
अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने बताया कि XBB.1.5 वैरिएंट के केसेस बढ़ते ही जा रहे हैं। उत्तर-पूर्वी राज्यों में XBB.1.5 वैरिएंट के 72% मामले हैं। वहीं पूरे देश में इसके 27.6% केसेस हैं। यह वैरिएंट सबसे पहले न्यूयॉर्क में पाया गया था।
कोरोना worldometer के मुताबिक, दुनिया में अब तक 66 करोड़ 85 लाख 63 हजार 221 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 13 हजार 388 मौतें हो चुकी हैं।
चीन से आने वाले यात्रियों पर स्वीडन, जर्मनी, मलेशिया, कतर, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली और साउथ कोरिया ने प्रतिबंध लगाए हैं। यहां चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन के यात्रियों को बैन ही कर दिया है। ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। पाकिस्तान और फिलीपींस भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। थाईलैंड और न्यूजीलैंड ने कोई भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया है।
देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच गुजरात में पहला XBB.1.5 वैरिएंट का केस मिला है। यह ओमिक्रॉन का म्यूटेशन है। अमेरिका में यह सबसे तेजी से फैल रहा है। वहां अभी तक इसके 40% से ज्यादा मामले हैं। पिछले हफ्ते यह आंकड़ा 18% था। BA.2.75 और BJ.1 से मिलकर XBB बना है। अब इससे म्यूटेट होकर XBB.1 और XBB.1.5 बने हैं। अब तक देशभर के एयरपोर्ट्स से 5,666 सैंपल इक्ट्ठे किए गए हैं, जिनमें 53 इंटरनेशनल पैसेंजर्स कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो चुके हैं।