चलना, दौड़ना या तैरना, जानिए लंबी उम्र के लिए कौन-सा व्यायाम है सबसे बेहतर

नियमित व्यायाम सेहत के लिए चमत्कार कर सकता है। नियमित व्यायाम से व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा बढ़ सकती है, यानी वह लंबे समय तक सेहतमंद रहते हुए जीवन गुजार सकता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के मुताबिक, नियमित व्यायाम मृत्यु के जोखिम को 30 प्रतिशत तक कम करता है।

कई अध्ययनों से साबित हुआ है कि जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, उन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा कम होता है। इन शोधों से यह भी पता चला है कि शारीरिक गतिविधियां करने से मनोदशा, ऊर्जा, आत्मसम्मान और नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। 

व्यायाम से हृदय रोग, स्ट्रोक, टाइप 2 मधुमेह और कैंसर सहित कई बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। अब सवाल ये उठता है कि व्यायाम के इतने तरीकों के साथ कौन सा व्यायाम है जो सेहत में सुधार के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है? एक अध्ययन ने तुलना की कि चलना, दौड़ना या तैरना, इनमें से लंबी उम्र के लिए सबसे अधिक प्रभावी क्या है।

शोध में 20 से 90 वर्ष के बीच के 40,000 से अधिक पुरुषों ने हिस्सा लिया। वहीं शोधकर्ताओं ने 32 सालों तक इनकी गतिविधियों पर नजर रखी। अध्ययन के अंत में शोधकर्ताओं ने पाया कि तैराकों को वॉकिंग करने वाले या दौड़ने वालों की तुलना में कम उम्र में मरने का 50 प्रतिशत कम जोखिम होता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के विशेषज्ञों ने इस परिणाम पर आश्चर्य जताया। उन्होंने दौड़ने वालों और तैराकों दोनों के मृत्यु के कम जोखिम की उम्मीद की थी, लेकिन पता चला कि तैरने वाले की दौड़ने वालों की तुलना में काफी कम मृत्यु दर होती है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि तैराकी बेहद एरोबिक है, लेकिन चलने या दौड़ने की तुलना में निचले जोड़ों पर ज्यादा खिंचाव नहीं पड़ता है। यही कारण है कि तैराकी इन दो प्रकार के व्यायामों की तुलना में अधिक लाभ देती है।

शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि नियमित तैराकों को चलने वालों और निष्क्रिय जीवन जीने वाले लोगों की तुलना में हाई कार्डियोरैसपाइरेटरी फिटनेस का आनंद मिलता है। शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि तैरना कार्डियोस्कोपिक फिटनेस में सुधार के लिए पारंपरिक व्यायाम की तुलना में एक स्वस्थ विकल्प देता है। यह संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है और पुरानी बीमारियों वाले रोगियों को सबसे अधिक लाभ देता है।

तैराकी उन लोगों के लिए एक बेहतरीन वैकल्पिक व्यायाम है जो दौड़ने या अन्य शारीरिक गतिविधियां करने में असमर्थ हैं। शोध के निष्कर्षों को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एक्वेटिक एजुकेशन एंड रिसर्च में प्रकाशित किया गया है।

डॉ. मेधावी अग्रवाल का कहना है कि स्वीमिंग के ढेरों फायदे हैं। इसमें मसल्स बनाने के लिए, हड्डियों की मजबूती, शरीर के लचीलेपन, हृदय रोग, वजन कम करने, अस्थमा के लक्षणों को कम करना शामिल है। जिन लोगों की पीठ में दर्द होता है या पीठ कमजोर होती है, उन्हें डॉक्टर खासतौर पर स्वीमिंग करने की सलाह देते हैं।

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