अवध के आखिरी नवाब वाजिद अली शाह सोने के सिक्कों से लेनदेन करते थे. उन्होंने अपने सिक्कों पर अपना नाम भी लिखवा रखा था. उन्हीं के नाम से सोने के सिक्के चलते थे. इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट के मुताबिक अवध के नवाब बेहद अमीर थे और उनके पास खजाने की कमी नहीं थी. शायद यही वजह है कि उनके एक सिक्के की कीमत ही लाखों में हुआ करती थी. इन दुर्लभ सिक्कों को पहली बार प्रदर्शनी में लगाया है.
भारत सरकार से ऑथराइज्ड विरासत संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद सुल्तान ने News18 local से बातचीत में बताया कि उनके पास वर्तमान में औरंगजेब के साथ ही टीपू सुल्तान के वक्त के भी सोने के सिक्के मौजूद हैं. जो बेहद दुर्लभ हैं और लखनऊ वाले इसे देखकर हैरान हैं. अगर आप भी इन सिक्कों का दीदार करना चाहते हैं तो पहुंच जाइए निराला नगर स्थित लखनऊ शहर के रेगनेंट होटल, जहां के ग्राउंड फ्लोर पर यह प्रदर्शनी रविवार तक चलेगी.
मोहम्मद सुल्तान ने बताया कि उनके पास 2600 साल पुराने सिक्के मौजूद हैं. वह भारत सरकार से ऑथराइज्ड हैं और उनके पास ही दुर्लभ सिक्के देखने के लिए मिलेंगे जो किसी भी दूसरे के पास नहीं हैं. उनके पास न सिर्फ नवाब वाजिद अली शाह बल्कि औरंगजेब के साथ ही नूरजहां और नवाब ग़ाज़ीउद्दीन हैदर के सिक्कों के साथ ही उनके वक्त के चांदी के मेडल भी मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि उनके पास अकबर तक के सिक्के हैं. उन्होंने बताया कि इन सिक्कों की कीमत लाखों में है.
यह सिक्के सोने के होने के साथ ही इनका वजन भी काफी भारी है. सभी सिक्कों पर उर्दू भाषा में उसको बनाने वाले शासन का नाम लिखा हुआ है. इसके अलावा कुछ प्राचीन काल की आकृति भी बनी हुई हैं, जो देखने में बेहद आकर्षित हैं.