वायनाड सांसद राहुल गांधी को दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग जोरों पर हैं। एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में उनके नाम का समर्थन कर रहे प्रस्तावों पर मुहर लग चुकी है, लेकिन इसी बीच तमिलनाडु में कांग्रेस के एक नेता ने इन प्रस्तावों का विरोध किया है। इधर, कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त राहुल खुद भी चुनाव लड़ने से इनकार करते नजर आ रहे हैं।
माना जा रहा है कि कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में असंतोष जाहिर किया है। खास बात है कि राहुल के करीबी माने जाने वाले चक्रवर्ती उन नेताओं में से हैं, जो लगातार दबी आवाज में कांग्रेस में संगठन स्तर पर सुधार की बात कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, नेताओं का मानना है कि चक्रवर्ती को लगता है कि इन प्रस्तावों की जरूरत नहीं है और इन्हें गांधी परिवार से मंजूरी भी नहीं मिली है।
पंजाब, गोवा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, बिहार और जम्मू-कश्मीर की कांग्रेस इकाइयों ने राहुल को अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्तावों पर मुहर लगा दी है। सबसे पहले राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से प्रस्ताव लाया गया था। खास बात है कि राज्य के ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को रेस में आगे माना जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत अध्यक्ष पद पर दावेदारी पेश करने के लिए लगभग तैयार नजर आ रहे हैं। इसके अलावा तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर भी चुनाव लड़ने के संकेत दे रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक नामांकन पर खुलकर कुछ नहीं कहा है, लेकिन अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी दफ्तर में चुनाव समिति से मुलाकात इस ओर संकेत दे रही हैं।