टीम इंडिया का टी-20 विश्व कप में प्रदर्शन शर्मनाक रहा। विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम सुपर 12 स्टेज से आगे नहीं बढ़ सकी और पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ औंधे मुंह गिरी। वर्ल्ड कप में भारत का सफर समाप्त हुआ तो टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर भी खूब चर्चा हुई और आईपीएल को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया। पूर्व कप्तान कपिल देव ने तो यहां तक कह दिया कि भारतीय खिलाड़ी देश से ज्यादा तवज्जो आईपीएल को देते हैं। इसके बाद से बहस छिड़ी हुई है कि मशहूर टी-20 लीग में खेलना ज्यादा महत्वपूर्ण है या फिर देश की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरना। अब इसका जवाब भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने दिया है।
रवि शास्त्री ने आईपीएल पहले या देश के जवाब में कहा, ‘जाहिर तौर पर। इसको लेकर कोई सवाल ही नहीं है, अगर ऐसा नहीं होता तो पिछले पांच सालों में इस तरह का प्रदर्शन आपको देखने को नहीं मिलता। अगर देश के लिए खेलते हुए आपको दिमाग उस समय वहां नहीं होता तो, कौन ही बेवकूफ होगा जो देश के लिए खेलने से ज्यादा तवज्जो फ्रेंचाइजी क्रिकेट को देगा। वह भारत के लिए खेल रहे हैं, आपके चेस्ट पर बिल्ला होता है, आपको दुनिया के करोड़ों लोग देख रहे होते हैं। आप काफी लकी हैं, जो इतनी आबादी वाले देश में उन ग्यारह खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनको देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल रहा है। तो यह सब दूर की कोड़ी है और जो ऐसा कह रहा है उसके लिए मेरे पास टाइम नहीं है।’
शास्त्री ने संकेत दिए कि विराट कोहली टी-20 के बाद वनडे और टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में उनकी कप्तानी में भारत पिछले पांच साल से टॉप पर काबिज है। जब तक वह मानसिक रूप से थका हुआ महसूस नहीं करेंगे तब तक वह उसे छोड़ना नहीं चाहेंगे। वह हालांकि निकट भविष्य में बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोड़ सकते हैं। यह तुरंत नहीं होगा, लेकिन ऐसा हो सकता है। व्हाइट बॉल क्रिकेट (सीमित ओवरों के फॉर्मेट में) के साथ भी ऐसा हो सकता है। वह कह सकते है कि वह अब सिर्फ टेस्ट कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते है।’