विजय देवरकोंडा साउथ इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं, कभी विजय के घरवाले ढूंढते थे नौकरी

साउथ स्टार विजय देवरकोंडा आज 34 साल के हो चुके हैं। विजय साउथ इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं, हालांकि अब वो अर्जुन रेड्डी, डियर कॉमरेड, गीता गोविंदम और लाइगर के जरिए देशभर में पहचान बना चुके हैं।

विजय से पहले उनके पिता इंडस्ट्री का हिस्सा थे, हालांकि कामयाबी न मिलने पर उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी थी। विजय भी पिता की राह पर इंडस्ट्री से दूर रहना चाहते थे, हालांकि जब उन्हें कॉलेज की पढ़ाई करते हुए बसों के धक्के खाने पड़े तो उन्होंने एक्टर बनने का फैसला किया।
9 मई 1989 को विजय का जन्म हैदराबाद, आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) में हुआ था। विजय के पिता गोवर्धन राव एक टीवी डेली सोप डायरेक्टर थे, लेकिन कामयाबी ना मिलने के चलते उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी। विजय ने शुरुआती पढ़ाई बोर्डिंग स्कूल से की और फिर कॉमर्स की डिग्री ली। उनका मिडिल क्लास परिवार किराए के घर में रहता था। जब विजय कॉलेज में आए तो उन्हें बसों के धक्के खाते हुए कॉलेज जाना पड़ता था। इससे बचने के लिए कई बार कॉलेज बंक किया।

जब ये बात पिता को पता चली, तो वो काफी गुस्सा हुए। उन्होंने कहा तुम इस तरह मेरे पैसे बर्बाद क्यों कर रहे हो, चाहो तो कुछ ऐसा करो, जिसमें तुम्हारा मन लगे। पिता ने कहा था, अगर तुम खेती-किसानी भी करना चाहो, तो हमें उसमें भी एतराज नहीं है। हम तुम्हे जमीन खरीद कर दे देंगे, लेकिन इस तरह कॉलेज बंक करके फिजूल मत घूमो। विजय के पास ना को फ्यूचर प्लान था, ना कोई ऑप्शन लेकिन अचानक ही उन्होंने कह दिया कि मेरा दाखिला एक्टिंग स्कूल में करवा दीजिए।
पिता की मदद से विजय देवरकोंडा ने थिएटर ग्रुप में एनरोल किया गया। बिना किसी प्लान के एक्टिंग से जुड़े विजय की एक्टिंग बेहद दमदार थी। करीब 5 प्ले करने के बाद ही उन्हें फिल्मों के ऑफर आने लगे।

विजयेंद्र प्रसाद उस समय अपनी फिल्म के लिए नए चेहरों की तलाश में थे। किसी ने उन्हें सुझाव दिया कि वो विजय का प्ले देखें। विजय का अभिनय देखते ही उन्होंने फिल्म में जगह दे दी। इसके कुछ समय बाद ही विजय को डायरेक्टर तेजा का ऑफर मिला। एक दिन डायरेक्टर के ऑफिस के बाहर बैठे विजय ने सोचा कि ये सब कितना आसान था। महज 5 प्ले और 2 फिल्मों के ऑफर। हालांकि वो दोनों ही फिल्में कभी बनी ही नहीं।
कुछ ही समय में विजय का कॉलेज खत्म हो गया और उनके पास करने को कुछ नहीं था। कॉलेज खत्म हुए भी एक साल बीत गए, लेकिन कोई काम नहीं मिला। पेरेंट्स ने सलाह दी कि MBA कर लेना चाहिए। थक-हारकर विजय ने एक डांस एकेडमी ज्वॉइन कर ली और फिटनेस पर ध्यान दिया। मां चाहती थीं कि विजय एक्टर बनने की जिद छोड़ दे और फुल-टाइम नौकरी करें, लेकिन पिता चाहते थे विजय भले ही राइटर बन जाएं या असिस्टेंट, लेकिन इंडस्ट्री से जुड़े रहें। इसी बीच विजय की बहन उन्हें लगातार बैंक जॉब की डिटेल्स भेजती थी, जिससे वो अप्लाई कर सकें।
लंबे इंतजार के बाद विजय को शेखर कम्मूला की फिल्म के लिए ऑडिशन देने का मौका मिला। विजय इस बार सेलेक्ट हो गए और उन्हें 2012 की फिल्म लाइफ इज ब्यूटीफुल मिली। हालांकि इससे पहले उन्होंने नुव्विला (2011) से एक्टिंग डेब्यू कर लिया। बेहतरीन अभिनय की बदौलत विजय कैरेक्टर आर्टिस्ट से हीरो बने। उनकी बतौर लीड पहली फिल्म 2016 की पेली चूपुलु रही।
2017 की द्वारका के बाद विजय को फिल्म अर्जुन रेड्डी मिली, जिसने उनकी किस्मत बदल दी। इस फिल्म के लिए विजय को पहला बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड (तेलुगु) मिला। आगे विजय फिल्म महानटी, गीता गोविंदा, डियर कॉमरेड जैसी बेहतरीन हिट फिल्में देते हुए स्टार बने। करीब 12 साल के एक्टिंग करियर में विजय देवरकोंडा 17 फिल्मों में नजर आ चुके हैं, जिनमें हिंदी फिल्म लाइगर भी शामिल है। विजय ने 2022 की फिल्म लाइगर से बॉलीवुड डेब्यू किया था, हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी। आज विजय देवरकोंडा साउथ के हाईएस्ट पेड एक्टर में से एक हैं।
फिल्मों में कामयाबी हासिल करने के बाद विजय ने 2018 में अपनी फैशन ब्रांड राउडी वियर लॉन्च की थी। 2020 में विजय की ब्रांड मिंत्रा में आ चुकी है। एक्टिंग और ब्रांड के अलावा विजय प्रोडक्शन में भी हाथ आजमा चुके हैं। 2019 में विजय ने मीथू मथरामे चेपथा फिल्म को-प्रोड्यूस की थी। इसके अलावा विजय हैदराबाद की ब्लैक हॉक्स वॉलीबॉल टीम के भी मालिक हैं

पुलवामा अटैक के बाद विजय ने अपने देवरकोंडा फाउंडेशन ने शहीदों के परिवार वालों के लिए डोनेशन किया था। 2020 में इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीतने वाले बॉक्सर गणेश अंबारी को भी विजय 24 हजार रुपए दान कर चुके हैं, जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। कोरोनाकाल में भी विजय ने 1.7 करोड़ रुपए खर्च कर 17 हजार परिवारों को राशन मुहैया करवाया था। विजय के फाउंडेशन में 8500 वॉलिंटियर्स जुड़े हैं
2 साल पहले विजय देवरकोंडा का एक फैन अस्पताल में भर्ती था और उसकी हालत बेहद सीरियस थी। उस फैन ने जब मरते हुए आखिरी ख्वाहिश बताई कि उसे विजय देवरकोंडा से मिलना है तो विजय तुरंत राजी हो गए। उस समय लॉकडाउन था तो विजय ने उस फैन से वीडियो कॉलिंग पर ही बात की। इसके बाद विजय ने अपने फैन को राउडी वियर ब्रांड की टी-शर्ट भी भिजवाई। विजय ने उस फैन से वादा किया कि वो लॉकडाउन खुलते ही उससे मिलने पहुंचेंगे, हालांकि मुलाकात से पहले ही उस फैन की मौत हो गई।
अर्जुन रेड्डी फिल्म के बाद से ही विजय देवरकोंडा की देशभर में तगड़ी फैन फॉलोइंग है, खासकर महिलाओं के बीच।डियर कॉमरेड के प्रमोशन के लिए विजय एक बार मुंबई पहुंचे थे। जैसे ही विजय ने स्टेज पर भाषण देना शुरू किया तो एक फैन सिक्योरिटी तोड़ते हुए विजय के पैरों पर आकर लिपट गई, जिससे वो गिर गए। मौके पर मौजूद सिक्योरिटी टीम ने उस महिला को स्टेज से हटाया तो विजय ने माइक पर कहा था, ये फैन का प्यार था या हमला।
विजय देवरकोंडा ने 5 साल पहले क्रिसमस पर एक खास ट्रेडिशन शुरू किया है। हर साल विजय अपने 100 चुनिंदा फैंस को अपनी तरफ से गिफ्ट देते हैं। 2022 में उन्होंने क्रिसमस पर 100 फैंस चुने थे, जिन्हें उन्होंने मुफ्त मनाली ट्रिप दी थी। इन फैंस के खाने-पीने, ठहरने से लेकर हर खर्चे विजय खुद उठाते हैं।
विजय देवरकोंडा की नेटवर्थ 55 करोड़ रुपए है। विजय हर फिल्म के करीब 12-15 करोड़ रुपए चार्ज करते हैं। विजय ने कुछ महीनों पहले ही हैदराबाद के जुबली हिल इलाके में 15 करोड़ रुपए का घर खरीदा है। कार कलेक्शन में विजय के पास मर्सिडीज बेंज GLC है, जिसकी कीमत करीब 68 लाख है। इसके अलावा उनके पास वोल्वो XC 90, रेंज रोवर, फोर्ड मस्टंग, BMW-5 सीरीज है।

विजय देवरकोंडा स्टारर फिल्म लाइगर पर आरोप था कि फिल्म में विदेश के पैसे गैरकानूनी तरीके से लगाए गए हैं। इस मामले में जांच करते हुए ED (एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट) ने विजय से पूछताछ की थी। 8 घंटे की पूछताछ के बाद विजय ने कहा था कि ये नाम और शोहरत मिलने के साइड इफेक्ट्स हैं।
विजय देवरकोंडा की फिल्म लाइगर को लगातार बायकॉट किया जा रहा था। इस पर विजय ने रिएक्शन देते हुए कहा था, मुझे इस तरह के लोगों से डर नहीं लगता है। हमने बहुत मेहनत से फिल्म बनाई है। हमने मेहनत की है और हमें किसी की बात सहने की जरुरत नहीं हैं। मैं देखता हूं मुझे कौन रोकेगा। बता दें कि जब फिल्म फ्लॉप हुई तो थिएटर मालिकों ने इसकी वजह विजय के एरोगेंस को बताई थी।
द कैंपेन को दिए एक इंटरव्यू में विजय देवरकोंडा ने कहा था कि हर आदमी के पास वोट करने का अधिकार नहीं होना चाहिए क्योंकि लोग चंद रुपयों और थोड़ी सी शराब में बिक जाते हैं। विजय ने ये भी कहा था कि अमीरों को भी वोट नहीं करना चाहिए।
शाहरुख खुद को दुनिया का आखिरा स्टार कहते हैं। ऐसे में एक इंटरव्यू के दौरान विजय ने कहा था, शाहरुख तुम गलत हो, तुम दुनिया के आखिरी स्टार नहीं हो। मैं आ रहा हूं। जब लाइगर फ्लॉप हुई तो विजय का इस कमेंट के चलते खूब मजाक बना था।