लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में जहरीली शराब पर हुए हंगामे की वजह से सोमवार को प्रश्न कॉल स्थगित रहा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू ने सहारनपुर और कुशीनगर में हुई जहरीली शराब से मौत का मामला उठाया। लल्लू चाहते थे कि सदन की कार्यवाही रोककर इस पर चर्चा कराई जाए।
अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि प्रश्नकाल हो जाने दीजिए बाद में इस पर चर्चा कराई जाएगी चर्चा, लेकिन विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा। चर्चा नहीं कराए जाने पर विपक्ष नारेबाजी करने लगा। अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में सपा और बसपा के सदस्य की सदन के बीचों-बीच आ गए। वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। विपक्ष ने हंगामे के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की भी मांग की।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही सरकार ने संज्ञान लिया और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की। पुलिस उपाधीक्षक निलंबित किए गए। हंगामा थमता नहीं देख श्री दीक्षित ने सदन की कार्यवाही पहले 20 मिनट स्थगित की और बाद में इसे 12:20 तक बढ़ा दिया।
सदन के बाहर कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने पत्रकारों से कहा कि जहरीली शराब से 150 से अधिक लोग मर गए हैं इसकी भी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है और इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के हितों का ध्यान नहीं रख रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी और पीड़ितों को न्याय दिलाकर के रहेगी।