मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”यूपी पहले माफियाओं से जकड़ा हुआ था लेकिन अब इनका कोई भविष्य नहीं है। राजनीति के अच्छे और बुरे चक्र के दोनों ही दौर से उत्तर प्रदेश को गुजरना पड़ा है। 9 साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली तो एक नई आशा एवं आकांक्षाओं के साथ देश ने बदलाव देखा। एक समय यह प्रदेश उपद्रव में बदल गया था। लेकिन जब से हमारी सरकार आई यूपी में एक भी दंगा नहीं हुआ।”
सीएम योगी ने ये बातें लखनऊ में राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पहले लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, चयन बोर्ड, पुलिस भर्ती की परीक्षा में शिकायत और सैकड़ों केस थे। पुलिस विभाग में डेढ़ लाख पद खाली थे। भर्तियों में भाई-भतीजावाद और जातिवाद था।
यह सारा खेल सामाजिक न्याय का मुखौटा लगाकर किया जाता था। हमने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया। पिछले 6 साल में सरकार ने साढ़े पांच लाख नियुक्तियां की हैं। किसी भी नियुक्ति पर प्रश्नचिन्ह नहीं खड़ा हुआ है। इसमें भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है। अच्छे अधिकारी तैनात किए। छह साल में 1.64 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की जिसमें सभी 75 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है।
कानून व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरे देश के लिए नजीर बनी है। आज प्रदेश में कोई दंगा नहीं होता है। आज ईद है। ईद की नमाज सड़क पर नहीं ईदगाह में पढ़ी जा रही है। कानून का राज सबके लिए समान है। उत्तर प्रदेश अपनी विशेषता के साथ संभावनाओं के लिए भी जाना जाता है। आज उत्तर प्रदेश ने माफिया के गठजोड़ नहीं बल्कि महोत्सव प्रदेश के रूप में पहचान बनाई है।
पोर्टमुख्यमंत्री ने कहा,” 2018 में हम लोगों ने हर जनपद को उसके एक यूनिक प्रोडक्ट से जोड़ते हुए ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ (ODOP) कार्यक्रम लागू किया था। आप देखते होंगे कि 2017-18 में हमारा एक्सपोर्ट जो केवल 86 हजार करोड़ का था, वह आज लगभग 2 लाख करोड़ तक पहुंचने जा रहा है।”