नोएडा की शूटिंग रेंज अब बागपत जिले की रहने वाली विख्यात निशानेबाज दादी चंद्रो तोमर के नाम से जानी जाएगी। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि योगी सरकार ने यह फैसला जाटों को लुभावने के लिए किया है। किसान आंदोलन की वजह जाटों में भाजपा के प्रति में नाराजगी बताई जा रही थी। दादी चंद्रो का सीधे तौर पर नोएडा से नाता नहीं रहा है, लेकिन यहां से पूरे प्रदेश और देश में संदेश जाएगा, इसलिए योगी सरकार ने जाटों को लुभाने के लिए यह बड़ा दाव खेला है। गौतमबुद्ध नगर गुर्जर बहुल है। जाट व गुर्जरों में संतुलन बनाने के लिए भाजपा ने यहां के दो नेताओं को प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। ग्रेटर नोएडा के तुगलपुर गांव के रहने वाले कद्दावर नेता तेजा गुर्जर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का किसान मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है। यह जिम्मेदारी भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने सौंपी है। जबकि दादरी के अच्छेजा गांव की रहने वाली महामेधा नागर को प्रदेश प्रवक्ता की अहम जिम्मेदारी दी गई है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जाट-गुर्जर बहुल माना जाता है। नए कृषि कानून के विरोध में सात महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में धरना चल रहा है। इनमें अधिकांश किसान पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। इनमें जाटों की संख्या अधिक है। गणतंत्र दिवस वाले दिन लाल किले की घटना के बाद गाजीपुर बार्डर पर राकेश टिकैत ने रोते हुए आरोप लगाया था कि भाजपा के दो विधायक अपने समर्थकों के साथ किसानों पर हमला करने के लिए जुटे थे। बताया जाता है कि इस घटना के बाद से जाटों में भाजपा के खिलाफ नाराजगी थी। इसे कम करने के लिए ही भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में जाट नेताओं को जिला पंचायत चेयरमैन पद का प्रत्याशी बनाया है। मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर के साथ गुर्जर बहुल गौतमबुद्धनगर, सहारनपुर व मेरठ में भी जाट उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। गाजियाबाद से त्यागी बिरादरी की ममता को टिकट दिया गया। मेरठ व गाजियाबाद से मौजूदा जिला पंचायत चेयरमैन गुर्जर बिरादरी से हैं। गौतमबुद्धनगर के दादरी शहर को गुर्जरों की राजधानी माना जाता है।