उन्नाव: कोई नारी न हो विवश ,ऐसे मनाएं विश्व महिला दिवस:- इंचार्ज शिक्षिका श्री मती विमला यादव

महिला सृष्टि का पहिया है ईश्वर ने प्रथम पुरुष के सत्व के रुप में नारी की उत्पत्ति की थी इसीलिए नारी को अर्द्धांगिनी कहते हैं ।वैदिक काल में नारी और पुरुष दोनों को समता का स्थान प्राप्त था उक्त बातें मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं पूर्व प्रधान श्री मती तारिका पाल जी ने विश्व महिला दिवस के अवसर पर उच्च प्राथमिक विद्यालय देवाराकला में आयोजित संगोष्ठी एवं नारी सशक्तिकरण रैली को सम्बोधित करते हुए कही।
इंचार्ज शिक्षिका श्रीमती विमला यादव जी ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या,विधवा उपेक्षा, परित्यक्तता,बहुपत्नी प्रथा से महिलाओं का जीवन स्तर बिगड़ता रहा है हमारे संविधान के अनुच्छेद पन्द्रह की उपधारा तीन से राज्य सरकार को यह अधिकार प्राप्त है कि वो महिलाओं के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए नियम निर्माण कर सकें।
सुगमकर्ता श्रीमती सुमन देवी जीने बताया कि महिलाओं के साथ गरिमामय व्यवहार हर पुरुष का संवैधानिक दायित्व है इस संगोष्ठी का आयोजन जूनियर विद्यालय देवाराकलां की राधा क्रिष्टि ज्योति ने अपनी पूर्व सहेलियों के साथ निर्मित आकर्षक पोस्टर के साथ किया जिसमें पूर्व छात्रा शिखा , पूर्व छात्रा प्रतिमा कुशवाहा सहित छात्र छात्राएं शामिल थे।। संगोष्टी में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बेटी है तो जीवन है। कोई महिला न हो विवश,ऐसे मनाएं विश्व महिला दिवस के नारे लगाए।
मंच का संचालन नोडल शिक्षक संकुल श्री अवनीश कुमार पाल जीके द्वारा किया गया। अवनीश पाल जी के द्वारा समस्त लोगो को मिशन शक्ति की सपथ दिलाई गई।
हल्का चौकी इंस्पेक्टर श्री प्रमोद दुबे जी ने सरकार द्वारा चलाए जा रहे टोल फ्री नंबर 112, 1090, 181 आदि के विषय मे बच्चो एवम उनके अभिभावकों को जानकारी दी । और इंस्पेक्टर जी ने मां समूह के सदस्यों को गिफ्ट देकर सम्मानित किया।कार्यक्रम का समापन पॉवर एंजल क्रिष्टि के द्वारा गया ।

सवांददाता: मनोज कुमार लोधी