केंद्रीय मंत्री मुख्तार ने अजमेर शरीफ दरगाह पर मोदी की तरफ से चादर चढ़ाया

अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाया। उन्होंने कहा कि “एकता और सौहार्द की ताकत ही पंथनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है।” नकवी ने मोदी का लिखा संदेश भी पढ़कर सुनाया। संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा है, “ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स के अवसर पर विश्वभर में उनके अनुयायिओं को बधाई एवं शुभकामनाएं। दुनिया को मानवता का संदेश देने वाले महान सूफी संत के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”

प्रधानमंत्री के संदेश में लिखा गया है, “भारत समृद्ध आध्यात्मिक परंपराओं का देश है और हमारे देश के सूफी-संतों ने अपने आदर्शो और विचारों के माध्यम से राष्ट्र के सांस्कृतिक ताने-बाने को सदैव मजबूत करने का प्रयास किया है। शांति और एकता का उनका पैगाम हमें जीवन में अनुशासित, शालीन और संयमित रहने की सीख देता है।”

मोदी ने संदेश में आगे कहा, “सद्भावना और सौहार्द के आदर्श प्रतीक के रूप में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह दुनियाभर से विविध आस्थाओं और मान्यताओं के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अनेकता में एकता हमारे देश की खूबसूरती है और सालाना उर्स इसी भावना को संजोने, सहेजने और महसूस करने का अवसर है। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स पर मैं दरगाह अजमेर शरीफ से देश की समृद्धि की कामना करता हं।”

इस मौके पर नकवी ने कहा, “एकता और सौहार्द की ताकत ही पंथनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है। हमें किसी भी हाल में भारत की आत्मा और ताकत को कमजोर नहीं होने देना है।”

नकवी ने अजमेर में लोगों से कहा कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और अजमेर शरीफ दरगाह कमेटी द्वारा दरगाह और कायड़ विश्राम स्थली में विभिन्न विकास योजनाएं शुरू की गई हैं। प्राचीन, ऐतिहासिक बुलंद दरवाजे का नवीनीकरण किया गया है। पहली बार महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट ब्लॉक्स का निर्माण किया गया है। पूरे दरगाह एवं कायड़ विश्राम स्थली में सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है।अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाया। उन्होंने कहा कि “एकता और सौहार्द की ताकत ही पंथनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है।” नकवी ने मोदी का लिखा संदेश भी पढ़कर सुनाया। संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा है, “ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स के अवसर पर विश्वभर में उनके अनुयायिओं को बधाई एवं शुभकामनाएं। दुनिया को मानवता का संदेश देने वाले महान सूफी संत के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”

प्रधानमंत्री के संदेश में लिखा गया है, “भारत समृद्ध आध्यात्मिक परंपराओं का देश है और हमारे देश के सूफी-संतों ने अपने आदर्शो और विचारों के माध्यम से राष्ट्र के सांस्कृतिक ताने-बाने को सदैव मजबूत करने का प्रयास किया है। शांति और एकता का उनका पैगाम हमें जीवन में अनुशासित, शालीन और संयमित रहने की सीख देता है।”

मोदी ने संदेश में आगे कहा, “सद्भावना और सौहार्द के आदर्श प्रतीक के रूप में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह दुनियाभर से विविध आस्थाओं और मान्यताओं के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अनेकता में एकता हमारे देश की खूबसूरती है और सालाना उर्स इसी भावना को संजोने, सहेजने और महसूस करने का अवसर है। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स पर मैं दरगाह अजमेर शरीफ से देश की समृद्धि की कामना करता हं।”

इस मौके पर नकवी ने कहा, “एकता और सौहार्द की ताकत ही पंथनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है। हमें किसी भी हाल में भारत की आत्मा और ताकत को कमजोर नहीं होने देना है।”

नकवी ने अजमेर में लोगों से कहा कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और अजमेर शरीफ दरगाह कमेटी द्वारा दरगाह और कायड़ विश्राम स्थली में विभिन्न विकास योजनाएं शुरू की गई हैं। प्राचीन, ऐतिहासिक बुलंद दरवाजे का नवीनीकरण किया गया है। पहली बार महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट ब्लॉक्स का निर्माण किया गया है। पूरे दरगाह एवं कायड़ विश्राम स्थली में सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है।