केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी से उनके आवास पर जाकर करीब आधे घंटे मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दो दिन बाद ही 24 जुलाई को आडवाणी को अयोध्या में विवादित ढांचा ध्वंस मामले की सुनवाई कर रही सीबीआइ की विशेष अदालत में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बयान दर्ज कराना है। वहीं दूसरी ओर पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन भी होना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की लाल कृष्ण आडवाणी से इस भेंट को अहम माना जा रहा है। आडवाणी से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी 23 जुलाई को बयान दर्ज कराएंगे।
सूत्रों ने बताया कि आडवाणी से मुलाकात के दौरान शाह के साथ सरकारी वकील भी मौजूद थे। 92 वर्षीय आडवाणी विवादित ढांचा ध्वंस मामले में अभियुक्त हैं। उन्हें शुक्रवार को अपना बयान दर्ज कराना है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ की विशेष अदालत से सुनवाई 31 अगस्त तक पूरी करने को कहा है। मामले की सुनवाई कर रही सीबीआइ की विशेष अदालत 32 आरोपितों के बयान दर्ज कर रही है। इसके तहत आरोपित खुद के निर्दोष होने का बयान दर्ज करा सकते हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ही राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व किया था। उन्होंने ही सोमनाथ से रथयात्रा निकालकर भाजपा के लिए इस मुद्दे को बड़ा बनाया था। मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर ट्रस्ट की ओर से आडवाणी को भी बुलाए जाने की चर्चाएं हैं। सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच भूमि पूजन के मुद्दे पर भी चर्चा की बात सामने आ रही है।