उमरिया -फसल खरीदी केंद्रों में हो रही जमकर मनमानी

उमरिया : बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बीच राज्य सरकार ने किसानों की फसल खरीद की सुविधा उपलब्ध कराई है ताकि किसानों की फसल खरीदी जा सके एवम उसका उन्हें उचित दाम मिल सके.

लेकिन जिले के चंदिया तहसील के अंतर्गत कुछ सहकारी मर्यादित केंद्रों में जमकर मनमानी का किस्सा सामने आया है. सहकारी मर्यादित केंद्र निगहरी में जहां गेंहूँ तौलने वाले मजदूर व किसानों ने मास्क नहीं लगा रखे थे वहीं इसी के अंतर्गत हर्रवाह केंद्र में तो ऑपरेटर के आफिस पर ताला जड़ा मिला. निगहरी में जब केंद्र संचालक से बात की गई तो उन्होंने कहा “हम सभी को मास्क लगाने को कहते हैं उन्हें केंद्र से मास्क भी बांटे गए हैं किंतु वे बार बार मास्क उतार देते हैं.” किन्तु बात जब जान की आती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ? फसल तौल के बाद बोरियों में मात्रा, फसल खरीदी केंद्र आदि की जो स्लिप लगाई जाती है वह भी नदारद मिली. केंद्र संचालक से पूछने पर बताया गया कि, “अभी स्लिप खत्म हैं इसलिए नहीं लगा पा रहे हैं, स्लिप आते ही लगा देंगे.” वहीं हर्रवाह केंद्र में ऑपरेटर के आफिस पर ताला जड़ा मिला वहां उपस्थित किसानों से बात की गई तो उन्होंने बताया, “ऑपरेटर साहब 12 बजे उमरिया चले गए हैं 1-2 घंटे में आने को बोला हैं किंतु अभी 4 बजे तक नहीं आये हैं.” वही पर मौजूद एक किसान तीरथ प्रसाद महार ने बताया, “इस केंद्र में जमकर मनमानी होती है. मैं 10 दिनों से अपनी फसल बिकने का इंतज़ार कर रहा हूँ लेकिन यहां रशुखदार लोगों की फसल तौली जा रही हमे ध्यान नहीं दिया जा रहा.” वहीं रात की परिस्थिति पर तीरथ महार ने बताया, “रात को मवेशी बहुत परेसान करते हैं गेंहूँ की बोरियां फाड़ कर अनाज खाते हैं यहां का चौकीदार पैसे देने पर फसल की सुरक्षा करने को कहता है जबकि उसे खरीदी केंद्र में इसी सुरक्षा के लिए लगाया गया है.” 03 मई 2021 को 12 बजे तक मात्र 1 किसान की फसल तौली गई जबकि कई किसान अभी भी अपनी फसल बेचने के लिए परेसान होते दिखाई दिए.