उमरिया : कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने ग्रीनी, परी तथा हर्ष को विटामिन-ए की दवा पिलाकर दस्तक अभियान शुरूआत की। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, अपर कलेक्टर अशोक ओहरी, डिप्टी कलेक्टर अनुराग सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी सीपी शाक्य, अनिल सिंह सहित विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहें।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि दस्तक अभियान प्रदेश का महत्वाकांक्षी अभियान है। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त दल (ए.एन.एम. आशा एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता) द्वारा 5 वर्ष से छोटे बच्चों वाले परिवारों में घर पर स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं की दस्तक दी जाकर बच्चों में पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रिय पहचान एवं उचित प्रबंधन सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान द्वारा त्वरित प्रबंधन के माध्यम से बाल मृत्यु दर में वांछित कमी लाई जा सके।
दस्तक अभियान का उद्देश्य समुदाय में बीमार नवजातो और बच्चों की पहचान प्रबंधन एवं रेफर करना, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान कर अस्पतालों में रेफर करना, 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग के नियंत्रण हेतु ओ.आर. एस. एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता लाकर प्रत्येक घर में गृहभेंट के दौरान ओ.आर.एस. पहुँचाना, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए अनुपूरण,. बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों एवं वृद्धि विलंब की पहचान, समुचित शिशु एवं बाल आहारपूर्ति संबंधी समझाईश समुदाय को देना, एस एन सी यू एवं एन.आर.सी से छुट्टी प्राप्त बच्चों में बीमारी की स्क्रीनिंग तथा फॉलोअप को प्रोत्साहन, . गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छूटे हुये बच्चों की टीकाकरण स्थिति की लेना शामिल है।
अभियान हेतु स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला टीकाकरण अधिकारी तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिला कार्यक्रम अधिकारी नोडल अधिकारी बनाये गये है। अभियान गतिविधियों का क्रियान्वयन कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन करते हुऐ किया जाएगा। मैदानी स्तर पर दस्तक दल द्वारा आवश्यक सावधानियां का पालन करते हुये समुदाय स्तर पर दस्तक सेवाएँ दी जाना सुनिश्चित किया जाएगा।