बीजेपी नेता उमा भारती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी व प्रियंका गांधी पर विवादित टिप्पणी, उन्होंनेराहुल गांधी और प्रियंका गांधी को ही जिन्ना बता डाला है।
देश भर में सीएए को लेकरप्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन (Protest) जारी है। देश भर में इस कानून को लेकर कई जगह हिंसा कीखबरें सामने आ चुकी है। बीजेपी (BJP) के तरफ से इस कानून को लेकर जनता के बीच जागरुकता अभियान कीशुरुआत हो चुकी है। इस कानून को लेकर बीजेपी का कहना है की कई लोग इस पर जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। इस कानून में किसी भी भारत के नागरिक को नुकसान पहुंचाने का मकसदनहीं है।
नागरिकता संशोधन कानून क्या है
नागरिकता संशोधन कानून के मुताबिक अफगानिस्तान(Afghanistan), पाकिस्तान (Pakistan) और बांग्लादेश में रह रहेअल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दे दी जाएगी।विधेयक देश के लोकसभा (Loksabha) और राज्यसभा (Rajyasabha) से पास होने के बाद कानून की शक्ल ले चुका है। इस कानून के पास होने के बाद से कई लोगोंको नागरिकता दे दी गई। इस कानून का कई लोगों ने स्वागत भी किया है।
जानें,कौन हैं उमा भारती
उमा भारती का जन्म 3 मई 1959 को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में हुआ था। उमा भारती बेहद कम उम्र में ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गई थीं। इन्होंने अपना पहला चुनाव 1984 में लड़ा था जिसमें इन्हे हार का सामना करना पड़ा था लेकिन 1989 में इन्होंने खजुराहो से लोकसभा चुनाव लड़ा और इसमें इन्हे जीत हासिल हुई। इसके बाद वो 1991, 1996 और 1998 में भी इसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ीं। 1999 में उमा भारती ने अपनी लोकसभा सीट बदली और भोपाल से चुनाव लड़ा और यहां भी इन्हे जीत हासिल हुई थी।
उमा भारती केन्द्र सरकार(Union Government) में कई बड़े कैबिनेट पदों पर रह चुकी हैं। इनके पास मानव संसाधन, टूरिज्म, युवा और खेल मंत्रालय और कोल मंत्रालय भी रह चुका है। उमा भारती इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में कई बड़े मंत्री पदों पर थी। 2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद इन्हे जल संसाधन मंत्रालय दिया गया। बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय उमा भारती वहां मौजूद थी। उमा भारती ने 2003 में मध्यप्रदेश में हुआ विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत से जीत हासिल की और राज्य की मुख्यमंत्री बनी लेकिन अपने खिलाफ गिरफ्तारी वांरट जारी हो जाने के बाद इन्होंने अगस्त 2004 में इस्तीफा दे दिया था।