यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच जहां हजारों लोग देश छोड़ रहे हैं, वहीं कुछ यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए पूरे यूरोप से स्वदेश लौट रहे हैं। दक्षिणपूर्वी पोलैंड के मेदिका सीमा चौकी पर ऐसे कई नागरिक रविवार तड़के यूक्रेन में प्रवेश करने के लिए कतार में खड़े दिखे। अब तक 22 हजार यूक्रेनी रूस के खिलाफ हथियार उठाने को स्वदेश लौटे चुके हैं।
यूक्रेन में प्रवेश करने के लिए चौकी पर यूक्रेन के करीब 20 ट्रक खड़े हैं। इन लोगों में से एक शख्स ने कहा, हमें अपनी मातृभूमि की रक्षा करनी है। अगर हम नहीं करेंगे तो और कौन करेगा। हम सभी यूरोप से यूक्रेन लौटे हैं। 30 साल की एक महिला ने कहा, मुझे डर है। मैं एक मां हूं और अपने बच्चों के साथ रहना चाहती हूं। यह खतरे से भरा है लेकिन मुझे लौटना होगा।
बुधवार को अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर आक्रमण करता है, तो कम से कम 50 लाख विस्थापित हो सकते हैं। विश्व निकाय में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि अगर रूस हमले का रास्ता अपनाता है हमारे अनुमान के अनुसार, एक नया शरणार्थी संकट पैदा कर सकता है, जो दुनिया का आज तक का सबसे बड़ा विस्थापन होगा। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर इस संकट के समाधान का कूटनीतिक हल निकालने का प्रयास करना होगा।
रविवार को यूक्रेन ने दावा किया कि रूसी सेना ने कीव में परमाणु कचरे को निशाना बनाया, सेना ने यहां मिसाइल हमला किया। आशंका जताई जा रही है कि इससे वहां रेडिएशन का खतरा बढ़ सकता है। यूक्रेन का कहना है कि चेनोर्बिल परमाणु संयंत्र पर रूसी सेना द्वारा कब्जा किए जाने के बाद उसकी सैन्य गतिविधियां भी बढ़ी हैं और इससे भी रेडिएशन का स्तर बढ़ने की आशंका है। यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा नियामक ने कहा कि चेनोर्बिल परमाणु संयंत्र के आसपास के क्षेत्र में सामान्य से अधिक गामा विकिरण स्तर का पता चला है।