संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अरब स्पेस मिशन ने खराब मौसम के कारण देरी के बाद मंगल ग्रह पर जाने वाला पहला अरब अंतरिक्ष मिशन ‘होप’ जापान से एक रॉकेट पर सोमवार को लॉन्च किया गया. लॉन्च के एक लाइव फीड में रॉकेट को मानव रहित जांच करते हुए दिखाया गया, जिसे अरबी में “अल-अमल” के रूप में जाना जाता है. दक्षिणी जापान में तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से ये लॉन्च हुआ. एमिरेट परियोजना मंगल ग्रह के लिए उन तीन उड़ानों में एक है, जिसमें चीन से तियानवेन -1 और संयुक्त राज्य अमेरिका से मंगल 2020 शामिल है. नासा के अनुसार अक्टूबर में, मंगल पृथ्वी से तुलनात्मक रूप से 62.07 मिलियन किलोमीटर दूर होगा. फरवरी 2021 तक यूएई के एकीकरण की 50 वीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘होप’ के मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचने की उम्मीद है. वहां पहुंचने के बाद यह पूरे मार्टियन वर्ष, या 687 दिनों के लिए ग्रह को लूप करेगा. जबकि मंगल मिशन का उद्देश्य लाल ग्रह के वातावरण में मौसम की गतिशीलता की एक व्यापक छवि प्रदान करना है. ये अगले 100 वर्षों के भीतर मंगल पर मानव के रहने के लिए जांच एक बहुत बड़े लक्ष्य है. यूएई यह भी चाहता है कि यह परियोजना अरब युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में काम करे, इस क्षेत्र में भी उन्हें अक्सर सांप्रदायिक संघर्षों और आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ता है.