चिनहट के दो भाइयों ने 5 महीने में बनाई मिनी थार, कार- ई-रिक्शा के पार्ट्स किए यूज

महिंद्रा की थार तो सभी जानते होंगे। ये जब रोड पर चलती है तो लोगों की नजरें थम जाती हैं। लखनऊ में भी इन दिनों एक थार काफी चर्चा में है। लेकिन ये थोड़ी अलग है। इसका नाम है ‘मिनी थार’। इस भारी भरकम गाड़ी का मिनी वर्जन बनाया है लखनऊ के चिन्हट निवासी दो भाइयों ने। इनके नाम हैं सूफियान और सिराज।
मो. सूफियान और मो. सिराज दोनों चचेरे भाई हैं। सिराज ई रिक्शा रिपेयरिंग सेंटर चलाते हैं। उन्होंने बताया- “कहीं जाने के लिए दूसरे से गाड़ी मांगनी पड़ती थी। हमने सोचा क्यों ना खुद ही कुछ बनाएं। आइडिया तो काफी थे लेकिन छोटी गाड़ी बनाना ही ठीक समझा। इसमे कार, ई रिक्शा और भी कई चीजों के पार्ट्स शामिल हैं। मिनी थार की चेसिस हमने खुद से स्पेशल बनाई है”।

मिनी थार को बनाने में लोहा, प्लास्टिक दोनों का इस्तेमाल हुआ है। इसमे म्यूजिक सिस्टम, ब्लूटूथ, हैन्डल लॉक फीचर, स्टियरिंग, हैन्ड ब्रेक और डिजिटल मीटर भी है। कार का बोनट भी खुलता है जहां इसका वाइरिंग और कन्ट्रोलर वगैरह है। सिराज ने बताया कि इस कार में करीब 6 लोग बैठ सकते हैं। ये 3 घंटे की चार्जिंग में 120 किलोमीटर चलती है।
सिराज, सूफियान ने बताया कि इस ‘मिनी थार’ को उन्होंने 5 महीनों में पूरा किया। लागत के बारे में बताया कि उनके करीब 2 लाख रुपये लग गए। इस मिनी थार को बनाने का पूरा काम दोनों भाइयों ने खुद अपने हाथों से किया है। उन्होंने बताया कई कम्पनियों ने भी उनसे ऐसी कार बनाने के लिए संपर्क किया है। खुद बड़े स्केल पर मैन्युफैक्चर करने के लिए उन्हें अप्रूवल की जरूरत पड़ेगी।

सूफियान और सिराज ने बताया कि वो लोग अब इसी गाड़ी से पूरे शहर के चक्कर लगाते हैं। उन्होंने कहा कि जब इस में सवार होकर वो सड़कों से गुजरते हैं। तो हर कोई उनकी मिनी थार को जरूर देखता है। सिराज ने कहा कि वो इस तरह की और भी कार बनाने की सोच रहे हैं। बाकी अगर कोई उनसे बनवाना चाहता है तो वो मना नहीं करेंगे।