अगस्त 2023 से जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि जब वे सत्ता में थे उन्होंने जनरल कमर जावेद बाजवा पर भरोसा कर लिया था। एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि पूर्व जनरल बाजवा ने दूसरा कार्यकाल हासिल करने के लिए उनके बारे में झूठ बोला और मनगढ़ंत कहानियां फैलाई।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में पत्रकार मेंहदी हसन को एक इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने राजनीतिक पार्टी के नेताओं और सैन्य नेतृत्व की आलोचना की है। इस इंटरव्यू में उन्होंने ‘दोस्त से दुश्मन’ बने जनरल बाजवा को विशेष रूप से निशाना बनाया है।
कि उन्होंने इमरान खान का इंटरव्यू के लिए सवाल लिखी चिट्ठी भेजी थी। उनका जवाब भी खान ने चिट्ठी के जरिए दिया। इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि उन्हें आतंकवादियों के रहने वाली जगह पर कैद करके रखा गया है। इस दौरान उन्हें बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने जेल की सजा का जिम्मेदार जनरल बाजवा को ठहराया।
उन्होंने कहा कि यह सब जनरल बाजवा का रचा गया खेल था। उस धोखेबाज शख्स ने बड़ी होशियारी से सारी प्लानिंग की थी। देश और दुनिया में अराजकता पैदा करने के लिए झूठी कहानियां गढ़ीं। यह सब उसने दूसरा कार्यकाल हासिल करने के लिए किया।
जनरल बाजवा ने साल 2016 में पाकिस्तान में आर्मी चीफ की कमान संभाली थी। इस दौरान उनकी इमरान खान से ट्यूनिंग अच्छी चल रही थी। यही वजह थी कि 2019 में इमरान खान ने जनरल बाजवा के 3 साल के कार्यकाल के विस्तार के लिए मंजूरी दी थी। हालांकि, बाद में इमरान खान को अपनी गलती का एहसास हो गया था। प्रधानमंत्री रहते ही इमरान खान ने 2022 में बोल न्यूज को इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने आर्मी चीफ के कार्यकाल बढ़ाकर गलती की।
इमरान खान ने कहा कि वो जनरल बाजवा थे जिन्होंने अमेरिका जैसे देशों में उनके बारे में फर्जी कहानियां फैलाईं। उन्होंने मुझे एंटी अमेरिका बताया। बाजवा साबित करना चाहते थे कि मैं अमेरिका से संबंध रखने में दिलचस्पी नहीं रखता हूं। इमरान खान ने कहा कि जनरल बाजवा की व्यक्तिगत लालच ने उनके व्यवहार को बदल डाला और वे बेहद खतरनाक बन गए।
इमरान खान ने कहा कि उनके साथ न्याय नहीं हुआ है। उन्होंने पाकिस्तान में कानून के शासन के लिए लगातार लड़ाईयां लड़ी हैं। हसन ने खान से सवाल किया था कि अब उनके पास कोई दोस्त नहीं बचा है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गिरने के बाद भी उन्होंने ज्यादातर देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए हैं।
8 फरवरी के आम चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘बैट’ छीने जाने के बाद चुनाव लड़ने में असमर्थ थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मौजूदा सरकार को मान्यता देते हैं, तो इमरान ने कहा कि “सरकार फर्जी है” और नवाज शरीफ की PML-N ने “संसद में बमुश्किल कोई सीट जीती है।”
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पर 200 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इमरान पर सबसे संगीन मामला 9 मई 2023 की हिंसा का है। आरोप है कि उनके इशारे पर समर्थकों ने फौज के अहम ठिकानों और यहां तक कि आर्मी हेडक्वॉर्टर पर भी हमले किए थे।