राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ आंदोलन कर रही कांग्रेस ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के जबरन घुसने की घटना को प्रजातंत्र की हत्या करार देते हुए मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर प्रमुख विपक्षी दल के मुख्यालय में घुसकर पुलिस ने नेताओं और कार्यकर्ताओं की पिटाई की जो देश की स्वतंत्रता के 75 वर्षो में कभी नहीं हुआ। इस घटना को लेकर आग बबूला कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस को चेतावनी दी कि इस हरकत का हिसाब लिया जाएगा तो केंद्र सरकार को आगाह किया कि उसके सब्र की परीक्षा न ली जाए।
कांग्रेस के अनुसार पार्टी मुख्यालय 24 अकबर रोड में जुटे नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतरने से रोकने की कसरत के तहत दिल्ली पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान बलपूर्वक अंदर घुस गए और नेताओं-कार्यकर्ताओं ही नहीं कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ भी बदसलूकी की। इसमें लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल थे जिन्हें पुलिसकर्मी मुख्यालय से खींचते हुए बाहर ले गए। पुलिस की कार्रवाई से बिफरी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, रणदीप सुरजेवाला आदि ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी कड़ी निंदा की
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय का दरवाजा तोड़कर पुलिस का घुसना साबित करता है कि मोदी सरकार में संविधान को बुल्डोजर के नीचे रौंद दिया गया है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मोदी सरकार की कठपुतली बनकर जो लोग संविधान की हत्या कर कानून अपने हाथ में ले रहे हैं उसका हिसाब भी होगा। सुरजेवाला ने इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज करने और उन्हें निलंबित कर विभागीय जांच कराने की मांग की। वहीं केंद्र सरकार को आगाह किया कि उसके सब्र की परीक्षा न ली जाए।
कांग्रेस मुख्यालय में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में पार्टी ने पूरे देश में गुरुवार को राजभवनों को घेरने का एलान किया है। 17 जून को हर जिला मुख्यालय पर पार्टी विरोध प्रदर्शन भी करेगी। पूर्व गृह मंत्री व पार्टी नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय में जो किया वह हमारी स्वतंत्रता का अपमानजनक उल्लंघन था। पुलिस के पास कोई तलाशी या गिरफ्तारी का वारंट नहीं था, फिर भी उसने मुख्यालय में प्रवेश किया, सांसदों सहित कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को निकाल कर बाहर सड़क पर निकाल दिया। ऐसा कर लोकतंत्र के हर कानूनी और राजनीतिक मानदंडों का उल्लंघन किया गया है और हम इस पुलिसिया कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।