नोएडा में भ्रष्टाचार कर बनाए गए सुपरटेक के ट्विन टावर रविवार दोपहर ध्वस्त कर दिए जाएंगे। इसकी तैयारी पूरी हो गई है। नोएडा सेक्टर 93ए में स्थित ये टावर दिल्ली स्थित कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं। देश में पहली बार इतनी ऊंची इमारतें गिराई जाएंगी
सात सदस्यीय टीम ने शनिवार को दोनों टावर के ऊपरी तल तक जाकर जांच की। टावर गिराने के लिए चयनित एजेंसी एडीफाइस के निदेशक उत्कर्ष मेहता ने कहा, रविवार दोपहर भी टावर की जांच की जाएगी, ताकि कोई चूक न हो।
ट्विन टावर को आपस में जोड़ने और संरचनाओं से ‘एक्सप्लोडर’ (विस्फोट करने वाले यंत्र) तक 100 मीटर लंबी केबल तार बिछाने का काम बचा है। इसके होने के बाद बाहर से बटन दबा दिया जाएगा। बटन दबाने वाली टीम में छह विशेषज्ञ होंगे
ध्वस्तीकरण से होने वाले वायु प्रदूषण को जांचने के लिए छह मशीन लगाई जाएंगी। ट्विन टावर के आसपास की इमारतों के लिए 102 करोड़ का सामान्य बीमा और भूमिगत गेल पाइपलाइन के लिए 2.5 करोड़ रुपये का बीमा कराया गया है।
सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के फ्लैट मालिक रविवार सुबह तक दूसरी जगह शिफ्ट हो जाएंगे। शाम चार बजे के बाद सात हजार लोग फ्लैट में लौट सकेंगे। सोसाइटी वालों ने अपने-अपने फ्लैट ढंक दिए हैं।
ट्विन टावर बनाने में सुपरटेक बिल्डर के करीब 200 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। ध्वस्त करने को एडीफाइस एजेंसी 17.55 करोड़ रुपये लेगी। मलबे-स्टील पर इमारत गिराने वाली एजेंसी का अधिकार होगा। यहां से 80 हजार टन मलबा निकलेगा। बता दें कि नोएडा प्राधिकरण और बिल्डर ने साठगांठ कर करीब 10 वर्ष पहले नियमों को ताक पर रखकर दोनों इमारतें खड़ी की थीं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ट्विन टावर ध्वस्त किए जा रहे हैं
- 103 और 97 मीटर ऊंचे टावर पहली बार देश में गिरेंगे
- 72.5 मीटर ऊंचे कुतुब मीनार से बड़े हैं टावर
- 32 मंजिल बना है एपेक्स टावर
- 29 मंजिल बना है सियान टावर
- 9642 छेद में 3700 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल होगा
- 2:30 बजे दोपहर रविवार को होगा विस्फोट
- 9 से 12 सेकंड में इमारतें हो जाएंगी जमींदोज
- नेशनल बिल्डिंग कोड के नियमों की अनदेखी कर टावर को मंजूरी मिली
- दोनों टावर के बीच की दूरी 16 की बजाय सिर्फ नौ मीटर रखी गई
- टावर वहां बने जहां ग्रीन पार्क, चिल्ड्रन पार्क और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनने थे। इससे घरों में धूप आनी बंद हो गई थी।
ट्विन टावर के आसपास दो किलोमीटर हिस्से की आंतरिक सड़कों पर सुबह सात बजे से ट्रैफिक रोक दिया जाएगा। यह शाम को पांच बजे के बाद खुलेगा। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे भी दोपहर सवा दो बजे से एक घंटा तक बंद रहेगा।
ट्विन टावर गिराने वाली कंपनी पहले दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में 108 मीटर ऊंची इमारत को ध्वस्त कर चुकी है। देश में सबसे ऊंची इमारत केरल के मराडु में जनवरी 2020 में गिराई गई थी। अवैध निर्माण के मामले में कोर्ट के आदेश पर चार मल्टी स्टोरी कॉम्प्लेक्स को गिराया गया था। इनमें सबसे ऊंची इमारत 18 मंजिला थी।