इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का आज 22वां दिन है। यूनाइटेड नेशंस की जनरल एसेंबली में शनिवार सुबह 2 बजे (भारतीय समयानुसार) इजराइल-हमास जंग रोकने का प्रस्ताव पास हो गया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े वहीं विपक्ष में 14 देशों ने वोटिंग की। जबकि भारत सहित 45 देशों ने वोट नहीं किया।
इजराइल ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र की बैठक में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, हम हमास को इस तरह के अत्याचार करने की इजाजत देकर चुपचाप नहीं बैठेंगे। इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, और इस अधिकार का एहसास यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार कभी नहीं दोहराए जाएं और यह तभी सुनिश्चित होगा जब हमास का पूरी तरह से खात्मा हो जाए।
इजराइल की सेना ने शुक्रवार की रात गाजा में हवाई हमले तेज कर दिए हैं। साथ ही ग्राउंड ऑपरेशन भी बढ़ा दिया है। हमले के चलते गाजा के इलाके में कम्यूनिकेशन टूट गया है और इंटरनेट बंद हो चुका है। करीब 23 लाख लोग दुनिया से कट चुके हैं।
इस बीच मिलिट्री का हवाला देते हुए इजराइली मीडिया कैन ने बताया कि हमास की कैद में 200 से ज्यादा बंधक हैं। इनमें से 30 बच्चे हैं। 20 लोगों की उम्र 60 साल से ज्यादा है।
बंधक बनाए गए बच्चों के परिजनों का कहना है कि सरकार ने दो बार हमें छोड़ दिया। पहली बार जब 7 अक्टूबर को हमला हुआ और दूसरी बार अभी। अब तक हमारे बच्चे हमास की कैद में हैं।12 साल का एक बच्चा कैद में है। उसकी मां ने कहा- मेरे परिवार के कई सदस्य मारे गए। हमास लड़ाके मेरे बेटे को उठाकर ले गए। कैदियों के कुछ वीडियो वायरल हुए। उनमें मेरा बेटा दिखा। उसे देखकर खुशी हुई। वो जिंदा है।
इधर, इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि हमास का मेन ऑपरेशन बेस गाजा के सबसे बड़े अल शिफा अस्पताल के नीचे है। IDF ने इससे जुड़ी सैटेलाइट इमेज जारी की है।
IDF के स्पोक्सपर्सन ने कहा- हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि सैंकड़ों लड़ाके अस्पताल में छिपे हैं। इन बेस तक जाने के लिए लड़ाके सुरंगें का इस्तेमाल करते हैं।कतर की मध्यस्थता में इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम और प्रीजनर स्वैप एग्रीमेंट पर बातचीत हो रही है। इसके पहले ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन 26 अक्टूबर को न्यूयॉर्क में UN जनरल असेंबली में कहा था- हमास बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार है। लेकिन फिर पूरी दुनिया को इजराइल की जेलों में बंद 6 हजार फिलिस्तीनियों की रिहाई का समर्थन करना चाहिए।
उन्होंने कहा था- हमास ने हमसे कहा है कि वह बंधक बनाए गए आम नागरिकों को छोड़ने के लिए तैयार है। ईरान, कतर-तुर्किये के साथ मिलकर इस मानवीय काम में अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।
फिलिस्तीनी कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इजराइली सेना ने रेड की। इस दौरान पत्रकार शिरीन अबू अकलेह मेमोरियल तबाह हो गया। ये मेमोरियल जेनिन शरणार्थी शिविर के पास था। शिरीन की मौत पिछले साल यानी 11 मई 2022 में इजराइली रेड के दौरान हुई थी। उस दौरान हुई फायरिंग में एक गोली शिरीन को लग गई थी। इजराइली आर्मी पर हत्या का आरोप लगा था।
वहीं, दो दिन पहले गाजा पर हो रही इजराइल की बमबारी में अलजजीरा के रिपोर्टर ने अपना परिवार खो दिया। अरेबिक भाषा के ब्यूरो चीफ वायल अल दाहदू सेंट्रल गाजा के नुसरेत रिफ्यूजी कैंप में रह रहे थे। हमले में उनकी पत्नी, बेटा, बेटी और एक नवजात पोता मारा गया।
इजराइल-हमास जंग में करीब 30 पत्रकारों को जान गंवानी पड़ी है। गाजा शहर में 22 अक्टूबर को इजराइल की एयरस्ट्राइक में रोश्दी सैराज नाम के जर्नलिस्ट की मौत हो गई थी।