आज बीजेपी में ख़त्म होगा अमित शाह का अध्याय, नए युग की होगी शुरुआत, ये बनेंगे नए अध्यक्ष

लंबे समय से बीजेपी के अध्यक्ष (BJP President) पद पर आसीन अमित शाह (Amit shah) आज अपना पद छोड़ सकते हैं और पार्टी को सोमवार को नया अध्यक्ष मिल सकता है. बताया जा रहा है कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित कर लिया जाएगा. पार्टी के शीर्ष नेताओं के नड्डा के समर्थन में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचने की उम्मीद है. नड्डा बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए लंबे समय से प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) और शाह की पसंद के तौर पर देखे जा रहे हैं.


सूत्रों के मुताबिक़ जेपी नड्डा (Jagat Prakash Nadda) सुबह 10.30 बजे नामांकन भरेंगे. नड्डा के अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी मुख्यालय में भव्य आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह समेत पार्टी के तमाम दिग्गज मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि नड्डा के नाम का प्रस्ताव अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी रखेंगे. ये तीनों ही बीजेपी के अध्यक्ष पद पर अपनी-अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने का समय 10.30 से 12.30 बजे तक है. 12.30 से 1.30 के बीच नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 1.30 से 2.30 के बीच उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं. अगर नड्डा के अलावा और भी कोई नेता अपनी उम्मीदवारी ज़ाहिर करता है तो वोटिंग होगी, वरना उन्हें सर्वसम्मति से निर्विरोध अध्यक्ष पद के लिए चुन लिया जाएगा. आज शाम ही बीजेपी अपने नए अध्यक्ष पद की घोषणा कर देगी.

जेपी नड्डा ने राजनीति में शुरुआत छात्र राजनीति से की थी. संगठन में उनका दशकों पुराना अनुभव, आरएसएस से उनकी नजदीकी और स्वच्छ छवि उनकी ताकत है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधामोहन सिंह पार्टी के संगठन चुनाव प्रक्रिया के प्रभारी हैं.

बीजेपी में अध्यक्ष आम सहमति से और बिना किसी मुकाबले के चुने जाने की परंपरा रही है. ऐसे में इस बात की उमीद बहुत कम है कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होगी. नए अध्यक्ष के चुनाव के साथ ही पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष अमित शाह का साढ़े पांच वर्ष से अधिक का कार्यकाल भी समाप्त हो जाएगा. शाह का कार्यकाल बीजेपी के लिए चुनावों के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ काल था, हालांकि पार्टी को कुछ राज्य विधानसभा चुनावों में झटके भी लगे.

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शाह के गृहमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने उनका उत्तराधिकारी चुनने की कवायद शुरू कर दी थी क्योंकि पार्टी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ की परंपरा रही है. नड्डा को गत वर्ष जुलाई में कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. यह इस बात का संकेत था कि हिमाचल प्रदेश से बीजेपी के नेता संगठन के शीर्ष पद के लिए संभावित पसंद हैं.

नड्डा 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी के चुनाव अभियान के प्रभारी थे जहां पार्टी को समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के महागठबंधन से कड़ी चुनौती थी. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों में से 62 पर जीत दर्ज की. आम चुनावों में बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण राज्य संभालने के अलावा नड्डा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री थे. वह संसदीय बोर्ड के एक सदस्य रहे हैं जो कि पार्टी का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय है.