ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोकने के लिए पिछोर से कांग्रेस के विधायक केपी सिंह को शिवपुरी सीट से टिकट दिया गया

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोकने के लिए पिछोर से कांग्रेस के विधायक केपी सिंह को शिवपुरी सीट से टिकट दिया गया, लेकिन सिंधिया डर के मारे भाग गए। दिग्विजय सिंह सोमवार को मीडिया से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव में कैंडिडेट्स का चयन सबसे खराब काम है। टिकट बदलने की संभावनाओं पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं इसके लिए अधिकृत नहीं हूं।
सीएम शिवराज सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि ‘इतना बड़ा झूठा और नाटक-नौटंकी करने वाला मुख्यमंत्री मैंने आज तक नहीं देखा। अब तो नरेंद्र मोदी भी इनसे खतरा महसूस कर रहे हैं कि ये हमसे बड़े नौटंकीबाज कैसे हो गए?’
कांग्रेस का दामन थामने वाले कोलारस से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे हैं। उन्हें लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमने उन्हें शिवपुरी से लड़ाने का वादा किया था। इसी बीच ऐसी संभावना बनी कि भाजपा सिंधिया को शिवपुरी से टिकट देगी। इसलिए शिवपुरी से लड़ने के लिए केपी सिंह को लाया गया। दिग्विजय ने कहा कि मैं केपी सिंह को धन्यवाद देता हूं कि वे पिछोर छोड़कर सिंधिया के खिलाफ शिवपुरी से लड़ने के लिए तैयार हो गए।
पूर्व सीएम ने कहा कि वीरेंद्र रघुवंशी का नाराज होना स्वाभाविक है। हमारी उनसे बात हुई है। हम लोग वीरेंद्र के बारे में सोच रहे हैं। केपी सिंह से बात कर रहे हैं और कोई ना कोई रास्ता निकालेंगे।
क्या सिंधिया को रोकने के लिए केपी सिंह को शिवपुरी लाया गया?
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन सबसे खराब काम है। जो भी व्यक्ति दावेदारी करता है, वो कहता है कि मैं कम से कम 25 हजार वोटों से जीतूंगा। इस बार 4 हजार दावेदार थे। इन 4 हजार में से 230 को कैसे चुनें? कोई लिखित परीक्षा तो होती नहीं। संगठन का समर्थन, जीत की संभावनाएं यही देखा जाता है। कांग्रेस पार्टी ने जो प्रक्रिया अपनाई, उसमें बहुत पारदर्शी तरीके से चयन हुआ है।
उन्होंने कहा कि सभी दावेदारों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि जनता कांग्रेस की सरकार बनाने के पक्ष में हैं। सारे मतभेद भुलाकर, सब लोग मिलकर पंजे के लिए काम करें।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी का फेवरेट टारगेट दिग्विजय सिंह है। उनके लिए सबसे अच्छा टारगेट हम हैं। जैसे बॉक्सिंग सीखने के लिए पंचिंग बैग टंगा रहता है। उस बैग पर मुक्के मारते हैं और वह हिल-हिल कर फिर वहीं खड़ा हो जाता है। वही हालत दिग्विजय सिंह की है।