मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां बृहस्पतिवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये आगामी दिनों में होलिकोत्सव‚ शब-ए-बारात‚ रमजान‚ नवरोज़‚ चैत्र नवरात्र‚ राम नवमी आदि महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार के शांतिपूर्ण आयोजन के संबंध में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जिला‚ रेंज‚ जोन व मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी गणों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आस्था का सम्मान होगा‚ लेकिन अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।आगामी दिनों में होलिकोत्सव‚ शब-ए-बारात‚ रमजान‚ नवरोज़‚ चैत्र नवरात्र‚ राम नवमी आदि महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार मनाए जाएंगे। अनेक स्थानों पर शोभायात्राओं का आयोजन होगा‚ मेले आदि लगेंगे। उल्लास और उमंग के इस विशेष पर्व पर कानून–व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। हमें सतत सतर्क–सावधान रहना होगा। विगत छह वषोंर् में प्रदेश में सभी धर्म–सम्प्रदाय के पर्व–त्योहारों के आयोजन शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुए हैं। इस क्रम को आगे भी बनाये रखना होगा।
सीएम ने पर्व–त्योहार में शासन द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दें‚ लेकिन अराजकता स्वीकार नहीं की जाएगी। आयोजकों को अनुमति देने से पूर्व उनसे शांति और सौहार्द सुनिश्चित करने के सम्बंध में शपथ पत्र लिया जाए। सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों‚ इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आए
माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुसार पूरी कठोरता की जाए। होली के मौके पर कतिपय शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं‚ ऐसे मामलों पर नजर रखें। संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।
पुलिस बल फ्रंट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। सोशल मीडिया को लेकर अलर्ट रहें। शोभायात्रा/जुलूस में ऐसी कोई भी गतिविधि न हो जो दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को उत्तेजित करे। अश्लील/फूहड़ गीत कतई न बजें। धर्मस्थलों पर रंग न डाले जाएं। थाना‚ सर्किल‚ जिला‚ रेंज‚ जोन‚ मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं‚ समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक कर लें। शांति और सौहार्द के लिए मीडिया का सहयोग लें।
त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए‚ जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान बिना विलंब किए तत्काल खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें। सेक्टर स्कीम लागू करें। छोटी सी अफवाह माहौल को बिगाड़ सकती है।
ऐसे में पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहना होगा। पर्व-त्योहारों के मौके पर सभी 75 जिलों में गांव हो या की शहर‚ बिजली की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। होलिका दहन के स्थलों पर विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए। बिजली के हाईटेंशन लाइन के समीप होलिका दहन न हो। बिजली के। ढीले/लटकते तारों को समय से व्यवस्थित कर लिया जाए। होली के पावन अवसर पर देश-विदेश के पर्यटकों का आगमन ब्रज क्षेत्र में हो रहा है। इसी प्रकार‚ श्रीराम नवमी के मौके पर अयोध्या और चैत्र नवरात्र के मौके पर माँ विंध्यवासिनी धाम‚देवीपाटन धाम‚ सहारनपुर में माँ शाकूम्भरी धाम सहित विभिन्न शक्तिपीठों में बड़ी संख्या में लोग आएंगे।
आस्था और उल्लास के इन महत्वपूर्ण पर्व के आयोजन को सुशासन‚ सुव्यवस्था का उदाहरण बनाया जाना चाहिए। लोगों की आस्था का सम्मान किया जाए। भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर नियोजन किया जाना चाहिए। महत्वपूर्ण स्थलों पर आकर्षक साज-सज्जा की जानी चाहिए। तेज गर्मी के बीच लोगों की सुविधा के लिए पेयजल की व्यवस्था‚ छाजन आदि की अच्छी व्यवस्था हो। वाराणसी और मथुरा सहित विभिन्न महत्वपूर्ण नगरों में शुक्रवार (3 मार्च) को रंगभरी एकादशी मनाई जाएगी। इसके दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए जाएं। आम जन की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। जहरीली शराब का निर्माण और बिक्री कतई न हो। इसे लेकर सभी जनपदों को विशेष सावधानी रखनी होगी।