इज़रायल गाजा हमले में तीन फ़िलिस्तीनी पत्रकारों की मौत

हमास ने शनिवार सुबह इजरायल के दक्षिणी हिस्सों पर अचानक और अभूतपूर्व हमला किया था. इस हमले में इजरायल में सैनिकों समेत कई सौ लोग मारे गए हैं और 2,100 से अधिक घायल हुए हैं. इसे कम से कम 50 वर्षों में इजरायल पर हुआ सबसे घातक हमला बताया जा रहा है. गाजा शहर के मछली पकड़ने के बंदरगाह के पास एक आवासीय इमारत पर हुए इजरायली हवाई हमले में मंगलवार तड़के तीन फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए. इस बारे में एक मीडिया संघ और एक अधिकारी की तरफ से जानकारी दी गई. पत्रकारों के सिंडिकेट ने “गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली आक्रमण में तीन पत्रकारों की शहादत” की घोषणा की. गाजा की हमास संचालित सरकार के मीडिया कार्यालय के प्रमुख सलामेह मारौफ ने तीनों की पहचान सईद अल-तवील, मोहम्मद सोबोह और हिशाम नवाजाह के रूप में की है. गाजा पर शासित फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ने शनिवार सुबह इजरायल के दक्षिणी हिस्सों पर अचानक और अभूतपूर्व हमला किया था. इस हमले में इजरायल में सैनिकों समेत कई सौ लोग मारे गए हैं और 2,100 से अधिक घायल हुए हैं. इसे कम से कम 50 वर्षों में इजरायल पर हुआ सबसे घातक हमला बताया जा रहा है. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा पट्टी में इजरायल के जवाबी हमले में लगभग 560 लोगों की मौतें हुई है और 2,900 से अधिक घायल हुए हैं.

समाचार चैनल ‘एनडीटीवी’ को दिए साक्षात्कार में जब लापिद से जब पूछा गया कि इजराइल हमास के इन हमलों का जवाब कैसे देगा, तो उन्होंने कहा, “सबसे जरूरी चीज यह है कि हम हमास को बढ़ने से रोकें और यह सुनिश्चित करें कि उसे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के नरसंहार का मौका न मिले. प्रधानमंत्री (बेंजामिन नेतान्याहू) ने कहा है कि यह बहुत मुश्किल होने वाला है और हमें धैर्य रखना होगा.” उन्होंने कहा, “मैं इजरायल के प्रति समर्थन जताने के लिए प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी और उनकी सरकार का आभार व्यक्त करना चाहता हूं.”पीएम मोदी ने हमास हमले के बाद इजराइल के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा था, “इजरायल में आतंकवादी हमलों की खबर से स्तब्ध हूं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं. इस कठिन घड़ी में हम इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं.”