कुछ महीनों पहले दुनिया भर में कोरोना के नए केसों में कमी से जो राहत महसूस की जा रही थी, वह अब खत्म होती दिख रही है। यूरोप में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। इसके चलते लॉकडाउन समेत कई तरह की पाबंदियां लगनी शुरू हो गई है। यही नहीं क्रिसमस और नए साल सेलिब्रेशन का जोश भी ठंडा पड़ गया है। इस महीने की शुरुआत के मुकाबले दुनिया भर में कोरोना के नए केसों की संख्या में 12 फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा है। हर दिन औसतन 6.46 लाख नए केस मिल रहे हैं। बीते सप्ताह के मुकाबले इस वीक 5 फीसदी अधिक केस मिल रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि भारत और दक्षिण एशिया की हिस्सेदारी इनमें कम है।
फिलहाल दुनिया भर में मिल रहे नए केसों में 58 फीसदी मामले अकेले यूरोप के हैं। इसके अलावा 20 फीसदी मामले अमेरिका में मिल रहे हैं। ब्रिटेन समेत कई देशों में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट का कहर बरप रहा है। एक ही वीक में यूनाइटेड किंगडम में कोरोना के नए केसों का आंकड़ा 51 फीसदी बढ़ते हुए 51,297 से 77,601 पहुंच गया है। इस बीच संकट से निपटने के लिए नीदरलैंड ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया है। ब्रिटेन भी ऐसे ही फैसले पर विचार कर रहा है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इसे लेकर चेतावनी भी दे चुके हैं। जर्मनी और नॉर्वे ने भी नए केसों को थामने के लिए लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगा दी हैं।
फ्रांस की सरकार ने लोगों से जल्दी से जल्दी टीके लगवाने की अपील की है। फ्रांस के पीएम ज्यां कास्टेक्स का कहना है कि 5वीं लहर देश में आ सकती है। उनका कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट देश में कहर बरपा रहा है और नए साल की शुरुआत में सबसे ज्यादा केस इसके ही मिल सकते हैं। हालांकि यूरोप में भी पहले के मुकाबले यह राहत है कि मौतों के आंकड़े में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है। एक तरफ दुनिया भर में नए केसों में 12 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है तो मौतों की बात करें तो उसमें 4.4 पर्सेंट की कमी देखने को मिल रही है। बीते सप्ताह मौतों का आंकड़ा 7,133 था, जो अब इस रविवार को समाप्त हुए सप्ताह में घटकर 6,818 ही रह गया।