इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ऑक्शन में इस बार भी रिकॉर्ड तोड़ बोली लगी। ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और स्पेंसर जॉनसन पर 55.25 करोड़ रुपए खर्च किए गए। ऑक्शन में 10 टीमों ने 230.45 करोड़ रुपए में 72 प्लेयर्स खरीदे। इनमें 26 गेंदबाजों पर सबसे ज्यादा 90.05 करोड़ रुपए खर्च हुए।
30 विदेशी और 42 भारतीय खिलाड़ी बिके। भारतीयों में भी 34 अनकैप्ड खिलाड़ियों को टीमों ने खरीदा, जिनमें से 9 करोड़पति बन गए। वहीं 15 इंडियन ऑलराउंडर्स पर 26.35 करोड़ रुपए खर्च हुए।
8 घंटे लंबी नीलामी के बाद भी कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स का स्क्वॉड नहीं भर सका। KKR में 2 और RR में 3 प्लेयर्स की जगह खाली है। जबकि दिल्ली कैपिटल्स ने सभी 25 प्लेयर्स खरीदने के बाद भी 9.90 करोड़ रुपए बचा लिए।
ऑक्शन में 72 प्लेयर्स बिके, जिनमें 26 गेंदबाज और 25 ऑलराउंडर्स रहे। गेंदबाजों पर 90.05 करोड़ रुपए खर्च हुए। ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क सबसे महंगे बॉलर रहे, उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 24.75 करोड़ रुपए में खरीदा। भारतीयों में उमेश यादव सबसे महंगे रहे, उन्हें 5.80 करोड़ रुपए में गुजरात ने खरीदा।
25 ऑलराउंडर्स पर 78.85 करोड़ रुपए खर्च हुए। ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस सबसे महंगे रहे, उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने 20.45 करोड़ रुपए में खरीदा। भारतीयों में हर्षल पटेल सबसे महंगे रहे, उन्हें पंजाब किंग्स ने 11.75 करोड़ रुपए में खरीदा।
10 टीमों ने 8 विकेटकीपर पर सबसे कम 13.35 करोड़ रुपए खर्च किए। इनमें भी अनकैप्ड कुमार कुशाग्र सबसे महंगे रहे, उन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने 7.20 करोड़ रुपए में खरीदा। विदेशियों में शाई होप को दिल्ली ने ही 75 लाख रुपए देकर स्क्वॉड का हिस्सा बनाया।
13 बैटर्स पर 44.20 करोड़ रुपए खर्च किए गए। यहां भी अनकैप्ड खिलाड़ियों का जलवा रहा। समीर रिजवी सबसे महंगे रहे, उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने 8.40 करोड़ रुपए में खरीदा। विदेशियों में साउथ अफ्रीका के राइली रुसो को पंजाब किंग्स ने 8 करोड़ रुपए में स्क्वॉड का हिस्सा बनाया।
ऑक्शन में 6 खिलाड़ियों की कीमत 10 करोड़ रुपए के पार गई, इनमें 5 विदेशी रहे। कमिंस और स्टार्क की बोली तो 20 करोड़ से भी ज्यादा हो गई। स्टार्क 24.75 करोड़ और कमिंस 20.50 करोड़ रुपए में बिके। विदेशियों में उनके बाद न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल 14 करोड़, वेस्टइंडीज के अल्जारी जोसेफ 11.50 करोड़ और ऑस्ट्रेलिया के स्पेंसर जॉनसन 10 करोड़ रुपए में बिके। मिचेल को CSK, जोसेफ को RCB और स्पेंसर को GT ने खरीदा।
ऑक्शन में 30 विदेशी खिलाड़ियों पर 151.10 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इनमें करीब आधे रुपए (68.05 करोड़) ऑस्ट्रेलिया के 6 प्लेयर्स को खरीदने में चले गए। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के सबसे ज्यादा 6-6 खिलाड़ी बिके। इंग्लैंड के 6 प्लेयर्स पर 13.10 करोड़ रुपए ही खर्च हुई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के 6 खिलाड़ियों पर 68.05 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इनमें भी स्टार्क, कमिंस और स्पेंसर जॉनसन पर 55.25 करोड़ रुपए लगे।
ऑक्शन में वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के 4-4, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और अफगानिस्तान के 3-3 प्लेयर्स बिके। वहीं एक खिलाड़ी बांग्लादेश का भी बिका। इस बार किसी भी एसोसिएट प्लयेर का नंबर ऑक्शन में नहीं लगा।
IPL में विदेशी खिलाड़ी सबसे महंगे बिकते हैं, लेकिन टूर्नामेंट की जान तो इंडियन प्लेयर ही रहते हैं। इस बार भी 42 भारतीय खिलाड़ियों पर 79.45 करोड़ रुपए खर्च किए गए। 14 प्लेयर करोड़पति बने, जिनमें 9 अनकैप्ड रहे। भारत के 34 अनकैप्ड खिलाड़ी बिके, इनमें 8.40 करोड़ रुपए के समीर रिजवी सबसे महंगे रहे, उन्हें CSK ने खरीदा।
भारत से टी-20 इंटरनेशनल डेब्यू कर चुके 8 खिलाड़ी बिके, जिनमें हर्षल पटेल सबसे महंगे रहे। उन्हें 11.75 करोड़ रुपए में पंजाब ने खरीदा। शिवम मावी, उमेश यादव, शार्दूल ठाकुर और जयदेव उनादकट को भी एक करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत मिली।
भारतीय खिलाड़ियों में 15 ऑलराउंडर्स और 15 ही गेंदबाज बिके। लेकिन ऑलराउंडर्स पर सबसे ज्यादा 26.35 करोड़ रुपए खर्च हुए। गेंदबाजों पर 10 टीमों ने 25.90 करोड़ रुपए लगाए। 7 बैटर्स पर 15.50 करोड़ और 5 विकेटकीपर पर 11.70 करोड़ रुपए खर्च हुए।
ऑक्शन में 77 प्लेयर्स बिकने थे लेकिन 72 ही बिक सके। कोलकाता नाइट राइडर्स में 2 और राजस्थान रॉयल्स में 3 प्लेयर्स की जगह खाली रह गई। उनके अलावा सभी टीमों ने अपना 25 प्लेयर्स का स्क्वॉड फुल कर लिया है। CSK, GT, KKR और SRH ने ऑक्शन में 30 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किए।
राजस्थान के तो पर्स में महज 20 लाख रुपए बचे, जबकि लखनऊ सुपरजायंट्स के पास 95 लाख रुपए बाकी रहे। बाकी 8 टीमों के पास एक करोड़ रुपए से ज्यादा का पर्स बचा। दिल्ली के पास सबसे ज्यादा 9.90 करोड़ और गुजरात के पास 7.85 करोड़ रुपए बच गए।