KGF और KGF 2 के हीरो यश अब विलेन बनेंगे। वो रणबीर कपूर, साई पल्लवी स्टारर फिल्म रामायण में रावण की भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म के डायरेक्टर नितेश तिवारी हैं जिन्होंने दंगल और छिछोरे जैसी हिट फिल्में बनाई हैं।
खास बात ये है कि इस रोल के लिए यश को 150 करोड़ रु. फीस दी जा रही है। ये हिंदी सिनेमा के इतिहास में किसी विलेन को मिलने वाली सबसे ज्यादा फीस है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यश KGF 3 की शूटिंग में भी बिजी हैं लेकिन इसके बावजूद उन्होंने रामायण को अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म के तौर पर चुना है। उनकी फीस 150 करोड़ रुपए होगी।
विलेन के तौर पर एक एक्टर को इतनी फीस मिलना बॉलीवुड में बहुत बड़ी बात है क्योंकि ऐसा अब तक नहीं हुआ है।
गुजरे जमाने के टॉप विलेन प्राण को तो एक फिल्म के लिए 600 रु. मिलते थे जो उस दौर में सबसे ज्यादा थे।
यश ने फीस के मामले में रणवीर सिंह, संजय दत्त, कमल हासन, विजय सेतुपति, इमरान हाशमी और सैफ अली खान जैसे स्टार्स का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।प्रभास, दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन स्टारर कल्कि 2898 AD में कमल हासन विलेन बने नजर आएंगे। इस फिल्म के लिए उन्हें 30 करोड़ रुपए की फीस दी जा रही है। यश के बाद विलेन के तौर पर सबसे ज्यादा फीस पाने वाले विलेन की लिस्ट में वो दूसरे नंबर पर हैं। फिल्म 9 मई 2024 को रिलीज होगी। फिल्म का बजट 600 करोड़ है। इससे पहले कमल हासन ने फिल्म अभय में निगेटिव रोल निभाया था।विजय साउथ के पॉपुलर एक्टर हैं। उन्हें 2023 की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक ‘जवान’ में विलेन काली के रोल में देखा गया था। इस रोल के लिए विजय को तकरीबन 21 करोड़ रु. की फीस दी गई थी। जवान विजय की पहली बॉलीवुड फिल्म थी। विजय का कहना था कि ये फिल्म उन्होंने केवल शाहरुख खान के कहने पर की थी। वैसे, विजय विक्रम समेत कई फिल्मों में विलेन का रोल निभा चुके हैं।
2018 में रिलीज हुई फिल्म पद्मावत में रणवीर सिंह ने हीरो के बजाए विलेन का रोल चुना जिसके लिए उन्हें 13 करोड़ रुपए की फीस दी गई। संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में रणवीर ने अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभाया था।
ये उनके करियर का पहला निगेटिव रोल था। रणवीर शुरुआत में इस रोल को नहीं करना चाहते थे क्योंकि उन्हें डर था कि फिल्म के बाद कहीं उनकी इमेज खराब न हो जाए। बाद में संजय लीला भंसाली ने उन्हें बहुत समझाया कि ये किरदार उन्हें करियर में नई बुलंदियों पर ले जाएगा तब जाकर उन्होंने हामी भरी।2023 में रिलीज हुई फिल्म आदिपुरुष में सैफ ने रावण का किरदार निभाया था जिसके लिए उन्होंने 10 करोड़ रु. फीस ली थी। फिल्म फ्लॉप रही थी और सैफ को भी अपनी एक्टिंग के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
सैफ के अलावा इमरान हाशमी भी ऐसे एक्टर हैं जिन्होंने हीरो होने के बावजूद विलेन का किरदार निभाकर सुर्खियां बटोरी हैं। वो पिछले साल सलमान खान की टाइगर 3 में बतौर विलेन नजर आए थे जिसके लिए उन्हें 10 करोड़ फीस दी गई थी।
वहीं, KGF 2 में विलेन बनने के लिए संजय दत्त को 8-9 करोड़ रु. की फीस मिली थी। उन्होंने अधीरा का किरदार निभाया था।
8 मार्च, 2024 को रिलीज हुई फिल्म शैतान में आर माधवन ने वनराज का किरदार निभाया है जो काला जादू करता है। इस निगेटिव किरदार में माधवन को बेहद पसंद किया जा रहा है। माधवन को अब तक के करियर में सॉफ्ट रोल में ही देखा गया था लेकिन शैतान में उन्हें विलेन के तौर पर देखकर फैंस सरप्राइज रह गए हैं। यही वजह है कि फिल्म बॉक्सऑफिस पर 100 करोड़ का कलेक्शन पार कर चुकी है।
फिल्म एनिमल में बॉबी देओल मेन विलेन बने। उन्हें फिल्म में अबरार के रोल में काफी पसंद किया गया। इस रोल के लिए उन्हें 4-5 करोड़ की फीस दी गई जो इससे पहले उन्हें किसी फिल्म के लिए नहीं मिली थी।
बॉबी ने अपने 28 साल लंबे करियर में तकरीबन 45 फिल्में कीं, लेकिन इतने लंबे करियर में ‘एनिमल’ ही ऐसी फिल्म है जो कि उनकी पहली ब्लॉकबस्टर साबित हुई जिसने 950 करोड़ का बिजनेस किया है। कहना गलत नहीं होगा कि बॉबी को विलेन के रोल से नई पहचान मिली है।
वहीं, एनिमल में रणबीर कपूर का रोल भी टिपिकल हीरो की इमेज वाला नहीं था। इसमें उनके कई ग्रे शेड भी नजर आए। रणबीर ने ऐसा किरदार कभी नहीं निभाया था और उन्हें निगेटिव शेड वाले किरदार में भी काफी पसंद किया गया।
शाहरुख खान भी उन स्टार्स में से हैं जिन्होंने निगेटिव रोल निभाने से परहेज नहीं किया। ये रिस्क उन्होंने करियर के शुरुआती दौर में बाजीगर और डर जैसी फिल्मों में विलेन बनकर लिया।
1993 में फिल्म बाजीगर के लिए शाहरुख को बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था जबकि 1993 में ही रिलीज हुई फिल्म डर रिलीज में सनकी आशिक के रोल के लिए उन्हें ‘बेस्ट एक्टर इन ए निगेटिव रोल’ के लिए फिल्मफेयर में नॉमिनेशन मिला था। इन किरदारों में शाहरुख को काफी पसंद किया गया और धीरे-धीरे वो बुलंदियों पर जा पहुंचे।
अब एक्टर्स सॉफ्ट हीरो की छवि से अलग ग्रे शेड वाले रोल्स की तरफ मुड़ने का साहस कर रहे हैं। जबकि पहले ऐसा नहीं था। पहले हीरो विलेन या निगेटिव रोल निभाने से डरते थे जिसकी वजह से फिल्ममेकर्स ऐसे एक्टर्स को कास्ट करते थे जिन्हें निगेटिव रोल करने में परेशानी न हो।
इनमें शक्ति कपूर, अमरीश पुरी, कुलभूषण खरबंदा, अमजद खान, रंजीत, प्राण, प्रेम चोपड़ा जैसे एक्टर्स के नाम शामिल हैं जिन्होंने सिर्फ विलेन के तौर पर फिल्मों में अपनी पहचान बनाई और कई आइकॉनिक किरदारों में अमर हो गए। विलेन के रोल निभाने वाले इन स्टार्स का ऐसा खौफ था कि लोग इन्हें रियल लाइफ में भी विलेन समझने लगते थे।