इंदौर के होलकर स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट बुधवार से खेला जाएगा। मैच से पहले दोनों ही टीमों ने इंदौर पहुंच कर प्रैक्टिस शुरू कर दी है। सोमवार को टीम इंडिया के बैटर्स केएल राहुल और शुभमन गिल ने अलग-अलग नेट में एक ही समय पर बैटिंग प्रैक्टिस की।
इस दौरान विराट कोहली अपने साथी खिलाड़ियों को स्लिप में कैच प्रैक्टिस कराते नजर आए। आगे स्टोरी में हम जानेंगे कि मुकाबले से पहले होलकर स्टेडियम की पिच कैसी नजर आ रही है और दोनों ही टीमों में मैच से पहले प्रैक्टिस सेशन के क्या माहौल रहे।
भारत के ओपनिंग बैटर शुभमन गिल सबसे पहले स्टेडियम पहुंचे। स्टेडियम में घुसते ही उन्होंने पैड बांधे, बैट उठाया और बैटिंग प्रैक्टिस शुरू कर दी। हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कुछ देर तक उन्हें बैटिंग करते हुए देखा। कुछ देर बाद ही टीम के बाकी खिलाड़ियों ने भी नेट प्रैक्टिस शुरू कर दी।
बैटर केएल राहुल ने भी बैटिंग प्रैक्टिस की। वह और गिल दोनों एक ही समय पर अलग-अलग नेट में बैटिंग करते नजर आए। गिल ने जहां जडेजा, अक्षर समेत अन्य स्पिनर्स के सामने बहुत देर बैटिंग की तो वहीं, राहुल ने लेफ्ट आर्म पेसर्स के सामने बैटिंग की।
तीसरे टेस्ट से पहले केएल राहुल का फॉर्म टीम इंडिया के लिए चिंता की बात है। राहुल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज के 2 मैचों में 20, 17 और एक रन की पारियां ही खेल सके हैं। उन्होंने जनवरी 2021 को आखिरी बार टेस्ट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ फिफ्टी प्लस स्कोर बनाया था।
आखिरी फिफ्टी के बाद से राहुल 10, 12, 23, 22, 2, 10, 20, 1 और 17 रन के स्कोर ही बना सके हैं। वह 5 टेस्ट से फिफ्टी और 6 टेस्ट से शतक नहीं जड़ सके हैं। ऐसे में टीम मैनेजमेंट उन्हें हटा कर शुभमन गिल को मौका दे सकती है।
होलकर स्टेडियम में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी एक ही समय पर नेट प्रैक्टिस की। रोहित जहां स्पिनर्स के खिलाफ लंबे-लंबे शॉट्स लगाते दिखे तो वहीं कोहली ऑफ स्पिनर्स के सामने लगातार डिफेंस करते दिखे।
बैटिंग प्रैक्टिस के बाद कोहली ने अपने साथी प्लेयर्स को स्लिप कैचिंग की प्रैक्टिस भी कराई। कोहली खुद इंटरनेशनल क्रिकेट में 300 कैच लेने से महज एक कैच दूर हैं।
केएल राहुल के साथ टेस्ट में विराट कोहली का फॉर्म भी चिंताजनक है। कोहली ने 23 नवंबर 2019 को आखिरी बार टेस्ट शतक जड़ा था। इस शतक के बाद कोहली ने 22 टेस्ट खेल लिए और महज 993 रन ही बना सके। उन्होंने 6 फिफ्टी लगाई, लेकिन उनका बैटिंग औसत महज 26.13 का रहा। जो उनके टेस्ट करियर औसत 48.49 से बहुत कम है।
दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली ने मुश्किल परिस्थितियों में 44 और 20 रन की पारी खेली थी, लेकिन वे इन स्कोर को सेंचुरी में कन्वर्ट नहीं कर सके। अब तो उनकी टेस्ट फिफ्टी आना भी कम हो गई है। उन्होंने आखिरी बार 11 जनवरी को साउथ अफ्रीका के खिलाफ 79 रन की पारी खेली थी। इसके बाद उन्होंने 7 टेस्ट खेल लिए, लेकिन फिफ्टी भी नहीं बना सके।
ऑस्ट्रेलियन टीम ने भी होलकर स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू कर दी है। शुरुआती 2 टेस्ट में चोट के कारण प्लेइंग-11 से बाहर रहे तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन सोमवार को प्रैक्टिस करते नजर आए। स्टार्क ने जहां रिवर्स स्विंग की प्रैक्टिस की तो वहीं, ग्रीन ने स्टार्क की गेंदों का ही सामना किया। ग्रीन इस दौरान स्टार्क की बॉल पर बोल्ड भी हो गए।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस पारिवारिक कारणों से ऑस्ट्रेलिया लौट गए। वह तीसरा टेस्ट नहीं खेलेंगे। उनकी जगह उप कप्तान स्टीव स्मिथ टीम की कमान संभालेंगे। टीम मैनेजमेंट कमिंस की जगह मिचेल स्टार्क को टीम में शामिल कर सकती है। भारत में स्टार्क का बॉलिंग रिकॉर्ड तो कुछ खास नहीं है, लेकिन बैटिंग से उन्होंने यहां 4 टेस्ट में 250 से ज्यादा रन बनाए हैं।
दोनों ही टीमों की प्रैक्टिस के दौरान होलकर स्टेडियम की पिच के कुछ फोटोज भी सामने आए हैं। पिच पर बीच में घास है, लेकिन दोनों ही एंड की पॉपिंग क्रीज सूखी नजर आ रही है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इंदौर की पिच बैटिंग फ्रेंडली रहेगी। यहां शुरुआती 2 दिन बैटर्स को मदद रहेगी।
तीसरे दिन से पिच टूटना शुरू होगी और टेस्ट के आखिरी दिन स्पिनर्स को मदद रहेगी। नागपुर और दिल्ली में शुरुआती 2 टेस्ट के दौरान दूसरे दिन से ही पिच पर बहुत ज्यादा स्पिन देखने को मिली थी। जिस कारण दोनों ही टीमों के स्पिनर्स ने खूब विकेट चटकाए। 2 टेस्ट की सीरीज में भारत के रवींद्र जडेजा 17, रविचंद्रन अश्विन 14 और ऑस्ट्रेलिया के टॉड मर्फी 10 विकेट ले चुके हैं।