लखनऊ के आलमबाग के शालीमार गेटवे मॉल में इन दिनों बुक फेयर का आयोजन हो रहा है। लेकिन ये बुक फेयर आम फेयर से थोड़ा अलग है। 26 मई को शुरू हुआ ये फेयर 4 जून तक चलेगा। स्टार्टअप ‘बुक चोर’ द्वारा आयोजित इस फेयर में लोग बॉक्स भर कर किताबें खरीद सकते हैं। सुनने में थोड़ा अजीब सा लग रहा होगा। चलिए हम आपको पूरा कॉन्सेप्ट समझाते हैे।
बुक चोर स्टार्टअप के मोहित ने हमसे बात की। उन्होंने बताया “यहां पर तीन कलर के बॉक्स बायर के लिए रखे गए हैं। इनके रेट साइज के मुताबिक अलग-अलग हैं। सबसे छोटा ग्रीन बॉक्स 1199 का है, उससे बड़ा रैड बॉक्स 1999 का है। वहीं सबसे बड़ा पिंक बॉक्स 2999 का है। इन बॉक्स को लेकर आप कोई भी बुक खरीद सकते हैं। कन्डिशन ये है कि बुक्स रखने के बाद बॉक्स बंद होना चाहिए। लोगों को पेमेंट बुक का नहीं बल्कि बॉक्स का करना है”।
इसके अलावा मोहित ने बताया कि फेयर में किड्स, टीनएज, फिक्शन, रोमांटिक, फेयरी टेल, नॉवेल समेत लगभग सभी केटेगरी की बुक्स हैं। यहां पर लोग पुरानी बुक्स बेच भी सकते हैं और पुरानी के बदले नई ले सकते हैं। मोहित ने ये भी कहा की रिस्पॉन्स अच्छा मिल रहा है
हमने फेयर में खरीदारी कर रहे लोगों से इस नए कॉन्सेप्ट पर उनकी राय जानी। ग्रीन बॉक्स लेने वाले स्पर्श रैना ने कहा कि फेयर में कलेक्शन अच्छा है। साथ ही इस नए कॉन्सेप्ट की उन्होंने तारीफ भी की। स्पर्श ने कहा इंग्लिश की बुक्स तो काफी हैं, लेकिन हिन्दी की थोड़ी कम हैं।
स्टूडेंट वृद्धि जैन ने कहा “दिस कॉन्सेप्ट इज वैरी नाइस। बुक रीडर्स के लिए ये काफी अच्छी चीज है, क्योंकि हमें रिजनेबल रेट पर बुक नहीं मिलती है। रेड बॉक्स लेने वाले यश कुमार ने कहा कि कॉन्सेप्ट तो अब तक सही लगा। कलेक्शन तो बहुत है, लेकिन ठीक तरह से अरेन्ज नहीं है। यश ने कहा बुक्स लगभग हर केटेगरी की है, लेकिन ढूंढने में काफी दिक्कत हो रही है।