सिपाही भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन चारबाग रेलवे स्टेशन पर काफी भीड़ रही। हालांकि पहले दिन की तुलना में रेलवे ने दूसरे दिन अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली थी। रात करीब 8:30 तक पटना के लिए तीन स्पेशल ट्रेन चला दी गई।
इसकी वजह से बिहार से आए ज्यादातर अभ्यर्थियों को स्टेशन पर रुकना नहीं पड़ा। उसके बाद अभ्यर्थी वह इन ट्रेनों से ही अपने-अपने गंतव्य को निकल गए। रेलवे पुलिस बल की तरफ से भी बेहतर व्यवस्था की गई थी और प्लेटफार्म नंबर एक पर पटरी से करीब 5 फीट दूर रस्सी बांध दिया गया था और एक-एक कर अभ्यर्थियों को ट्रेन में बैठने के लिए कहा जा रहा था जिससे कि किसी भी तरह का भगदड़ या अव्यवस्था न फैले। इस बीच सियादला, दून, जनता, चित्रकूट समेत कई ट्रेनों से परीक्षार्थियों को आरपीएफ जवान की निगरानी में ट्रेन में सवार करके भेजा गया। इस दौरान उत्तर रेलवे के डीआरएम एसएम शर्मा अपने टीम के साथ स्टेशन पर मुस्तैद रहे
शहर के अलग – अलग बस अड्डों से करीब 70 हजार लोगों ने सफर किया। इस दौरान करीब 1500 बसों का संचालन यूपी के अलग – अलग शहरों के किया गया। रोडवेज को इससे काफी ज्यादा फायदा भी हुआ। करीब एक दिन का मुनाफा चार से पांच गुना बढ़ गया है।रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की गई थी। चारबाग रेलवे स्टेशन पर पांच हेल्प डेस्क बनाई गई। जिन पर परीक्षार्थी ट्रेनों की जानकारी लेने के लिए जुटे। उधर अभ्यर्थियों की मदद के लिए बस स्टेशन पर क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने हेल्प डेस्क स्थापित करायी थी। इस पर उन्हें हर बस की जानकारी मिल रही थी। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था।