राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि जलियांवाला बाग में मासूम लोगों पर गोली चलवाने वाले अंग्रेज अफसर जनरल डायर और मौजूदा गृहमंत्री अमित शाह में कोई फर्क नहीं है। महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के दिल्ली स्थित जामिया मिलिया में पुलिस कार्रवाई की तुलना अमृतसर के 1919 में हुए जलियांवाला बाग नरसंहार के करने पर मलिक ने ये बात कही है। मलिक ने कहा कि सीएम ठीक कह रहे हैं।
नवाब मलिक ने कहा, जनरल डायर ने जलियांवाला बाग में जिस तरह से लोगों पर गोली चलवाई थी, उसी तरह से अमित शाह देश के नागरिकों पर गोली चलवा रहे हैं। अमित शाह जनरल डायर से कतई कम नहीं हैं। उद्धव ठाकरे ने जो कहा है वो एकदम ठीक कहा है।
हाल ही में संसद से पास हुए विवादित नागरिकता कानून को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली के जामियानगर में रविवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। इसी दौरान पुलिस ने जामिया कैंपस में घुस गई थी। जामिया की ओर से कहा गया है कि पुलिस ने लाइब्रेरी और मस्जिद में घुसकर छात्रों को पीटा और छात्राओं से बदसलूकी की। इसको लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा था कि जानबूझकर अशांति का माहौल बनाया जा रहा है। जिस तरह से पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्रों पर कार्रवाई की, वह जलियांवाला बाग नरसंहार के जैसा है।
बता दें कि नागरिकता संशोधन एक्ट, 2019 बीते हफ्ते सदन से पास हुआ है। इस कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है। कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी दल और कई सामाजिक संगठन इस बिल का विरोध कर रहे हैं। देशभर की बड़ी यूनिवर्सिटियों के छात्र भी इसके खिलाफ सड़कों पर हैं।