भारतीय महिला क्रिकेट टीम के एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने पर रोहतक में क्रिकेटर शेफाली वर्मा के घर खुशी का माहौल है। शेफाली के माता-पिता ने जीत पर खुशी जताई और कहा कि यह टीम वर्क की जीत है। जब शेफाली खेलती है तो उनकी धड़कने बढ़ जाती है।
शेफाली के पिता संजीव वर्मा और मां प्रवीन बाला ने बताया कि शेफाली शुरुआत में 9 रन बनाकर आउट हो गई थी। जिसके बाद एक बार घबराहट हुई, लेकिन सभी ने एक अच्छा टीम वक्र किया। उसकी बदौलत टीम इंडिया गोल्ड मेडल जीत पाई। यह पूरे देश के लिए खुशी की बात है।
उन्होंने कहा कि शेफाली ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष किया। रोहतक जैसे छोटे शहर निकली शेफाली ने शहर, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। आगे हमारा यही सपना है कि शेफाली इसी प्रकार इंडिया के लिए खेलती रहे। वे अपनी छोटी बेटी को भी क्रिकेट के लिए तैयार कर रहे है।
बता दें कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशियन गेम्स के फाइनल में श्रीलंका को हराकर गोल्ड मेडल जीता है। भारत बनाम श्रीलंका फाइनल में भारत ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 116 रनों का स्कोर खड़ा किया। जीत के लिए 117 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 97 रन ही बना सकी।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा सिर्फ 9 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं।