दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना के मामले धीरे-धीरे अब कम हो रहे हैं। RT-PCR टेस्ट की दर भी 2400 रुपये से घटाकर 800 रुपये कर दी गई है जबकि होम सैंपलिंग पर 1200 रुपये खर्च होंगे। केंद्र सरकार की तरफ से संचालित प्रयोगशालाएं रिपोर्ट देने में 24 से अधिक घंटे ले रही हैं।
उन्होंने कहा कि सभी लैब को पहले 24 घंटे में रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था। अब एक बार फिर सभी लैब को यह आदेश दिया गया है। लेकिन लैब संचालक कहते हैं कि 24 घंटे में जांच रिपोर्ट देने के लिए जरूरी है कि लैब अपनी क्षमता से 10-15 फीसद सैंपल कम जांच करें। जबकि पिछले 10 से 12 दिनों से सभी लैब सौ फीसद क्षमता के साथ आरटीपीसीआर जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर जांच किट की कीमतें कम हो गई हैं। विशेषज्ञों द्वारा पूरी स्टडी करने के बाद जांच के लिए 800 रुपये कीमत तय की गई है।
बता दें कि प्राइवेट लैब में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच कराने वालों को दिल्ली सरकार ने बड़ी राहत दी है। दिल्ली सरकार ने प्राइवेट लैब और अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच की कीमत 2400 रुपये से घटाकर 800 रुपये तय कर दी है। अगर लैब की तरफ से आरटीपीसीआर टेस्ट का सैंपल घर जाकर लिया जाता है तो अधिकतम 1200 रुपये चुकाने होंगे।
राजधानी में कोरोना संक्रमण की दर लगातार तीसरे दिन आठ फीसद से नीचे रही। इससे नए मामलों में कमी आई है। रविवार को पिछले दिनों की तुलना में थोड़े कम सैंपल की जांच भी हुई। इससे सोमवार को कोरोना के 3726 नए मामले आए। वहीं 5824 मरीज ठीक हुए, लेकिन चिंताजनक यह है कि पिछले 24 घंटे में एक बार फिर 108 मरीजों की मौत हो गई। पिछले छह दिन में मौत का यह सर्वाधिक आंकड़ा है। 24 नवंबर को कोरोना से 109 मरीजों की मौत हुई थी। इसके बाद मौत के मामले सौ से कम हो गए थे। एक दिन पहले 68 मरीजों की मौत हुई थी। हालांकि, नए मामलों में कमी आने के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। इससे अस्पतालों में भी मरीजों का दबाव कम होता जा रहा है।
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आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ